राज्य कर्मचारियों ने ठप किया काम, अस्पताल भी प्रभावित
पुरानी पेंशन योजना, कैशलेस इलाज सहित दस सूत्री मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों ने बुधवार से तीन दिन की हड़ताल शुरू की। 83 विभागों के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं।
हड़ताल के पहले दिन पैरामेडिकल स्टाफ के भी इसमें शामिल होने से गोरखपुर और बस्ती के जिला अस्पताल में सुबह तीन घंटे ओपीडी प्रभावित रही। बस्ती में जिला अस्पताल के अलावा महिला अस्पताल और कैली अस्पताल में भी तीन घंटे इलाज प्रभावित हुआ। दवाएं नहीं बंट सकीं। मरीज एक्स-रे के लिए भटकते रहे। पैथालॉजी में जांच और अल्ट्रासाउण्ड भी नहीं हो सके।
कोषागार, वाणिज्य कर, लोकनिर्माण, नगर निगम, बिजली, रजिस्ट्री और एआरटीओ सहित विभिन्न विभागों में तालाबंदी कर निकले कर्मचारियों सरकार विरोधी नारे लगाते हुए निकले। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने गोरखपुर में कहा कि वे तीन साल से यह लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को मानने का आश्वासन दिया था। कोर्ट में शपथ पत्र भी दाखिल किया था लेकिन इसे लागू नहीं किया। कर्मचारियों की मांगों में केंद्र की भांति भत्ता, कैशलेस इलाज की सुविधा, एचआरए में डीए लिंक करने की मांग शामिल है।