भड़के शिक्षकों ने बीएसए से की हाथापाई
अध्यापकों ने हंगामा कियाPC: अमर उजाला
बीएसए के निरीक्षण में बंद मिले स्कूल के हेडमास्टर को निलंबित करने से नाराज अध्यापकों ने शनिवार को बीएसए दफ्तर पंहुचकर हंगामा किया और बीएसए से हाथापाई की। स्कूल के हेडमास्टर मारकंडेय राय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हैं। बीएसए को इस स्कूल में 14 अगस्त से एमडीएम भी नहीं बनने की शिकायत मिली थी। देर शाम हुई इस घटना की सूचना पर मौके पर अपर एसडीएम प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी तथा कोतवाल फोर्स के साथ पंहुच गए। बीएसएस तथा शिक्षक नेताओं को कोतवाली लाया गया। जहां एसडीएम रामअभिलाष के समक्ष दोनों पक्षों ने अपनी बात रखी।
बीएसए जगदीश शुक्ल ने प्राथमिक विद्यालय राउतपार का शनिवार की सुबह निरीक्षण किया। मौके पर विद्यालय बंद पाया गया। विद्यालय पर तैनात हेडमास्टर और प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मारकंडेय राय समेत सभी शिक्षक अनुपस्थित थे। बीएसए ने हेडमास्टर को देर शाम निलंबित कर दिया। निलंबन की सूचना मिलते ही संघ से जुडे कुछ शिक्षक भड़क गए और बीएसए कार्यालय पहुंच गए। शिक्षको और बीएसए के बीच काफी देर तक तू तू मै मै होती रही। घटना की सूचना किसी ने अपर एसडीएम प्रफुल्ल त्रिपाठी को दी तो वह भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने लाठियां पटककर अध्यापकों को बाहर निकाला। अपर एसडीएम ने बीएसए कार्यालय को जांच करने तक के लिए ताला बंद करा दिया और मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया। इधर बीएसए जगदीश शुक्ल का आरोप था कि शिक्षक मारकंडेय राय विद्यालय पर नहीं जा रहे थे, इसी वजह से उनको निलंबित किया गया है। उनके साथ कुछ शिक्षकों ने दुर्व्यवहार किया है। एक शिक्षक नेता ने तो कुर्सी उठाकर उन्हें मारने के लिए दौड़ा लिया। किसी तरह कर्मचारियों ने बीच बचाव कर उन्हें बचाया। वही प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मारकंडेय राय का आरोप था कि उनके पास दो विद्यालयों का चार्ज है। बीएसए जब निरीक्षण कर रहे थे तो वह दूसरे विद्यालय पर थे। बिना कारण ही उन्हे निलंबित किया गया। उनके साथ संघ से जुडे शिक्षकों ने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है।कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष अभी अपनी- अपनी बाते रख रहे हैं। किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक नेता के पक्ष में पहुंचे सत्ता दल के लोग
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मारकंडेय राय को निलंबित किए जाने और बीएसए द्वारा कोतवाली में तहरीर दिए जाने की सूचना पर सत्ता दल के कुछ नेता कोतवाली पहुंच गए और मामले में दोनों पक्षो के बीच सुलह समझौता कराने के प्रयास मेें जुट रहे।
सहमे बीएसए कार्यालय के कर्मचारी
बीएसए कार्यालय में बीएसए के साथ हुए दुर्व्यवहार पर वहा पर तैनात कर्मचारी सहम गए। कुछ कर्मचारियों नेकहा कि जब बीएसए के साथ ऐसी घटना हो सकती है तो उनके साथ भी हो सकती है। बिना सुरक्षा के कैसे वह कार्य करेंगे। इसको लेकर काफी चिंता है।
सीसी टीवी फुटेज से पकड़ में आएगा दुर्व्यवहार का मामला
बीएसए और शिक्षक नेताओ के बीच हुए दुर्व्यवहार का मामला बीएसए कार्यालय में लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गया है। अब यह सीसी टीवी फुटेज देखने के बाद ही पता चलेगा कि किस नेता ने बीएसए को मारने के लिए कुर्सी उठाई थी। या बीएसए सही बोल रहे हे कि शिक्षक नेता सही बोल रहे है। यह सब सीसी टीवी के फुटेज में कैद है। दोनों के आरोपो का सीसी टीवी फुुटेज से ही राज खुलेगा।