लखीमपुर-खीरी : उच्च प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर में पढ़ने जा रही बच्चियों को उठाया, लोगों ने छुड़ाया, अब बच्चों ने स्कूल जाने से किया इंकार
खमरिया-खीरी। लखीमपुर खीरी जिले के ईसानगर थाना क्षेत्र के सरैंया कलां गांव के बच्चे करीब एक किलोमीटर दूर उच्च प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर में पढ़ने जाते हैं। मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे रोज की तरह बच्चे स्कूल जा रहे थे। इन बच्चों में 12 व 13 साल की दो ममेरी-फुफेरी बहनें आगे आगे चल रही थीं। इस बीच भदईपुरवा के एक युवक ने दोनों बच्चियों को तमंचे के दम पर उठाकर गन्ने के खेत में ले गया।
पीछे से आ रहे करीब आधा दर्जन बच्चों ने गांव पहुंचकर पूरी घटना बताई। इस पर लोगों ने खेत को चारों तरफ से घेरकर आरोपी को दबोच लिया।
ग्रामीण युवक को गांव लेकर आए और पुलिस को फोन किया मगर हलका इंचार्ज ने फोन रिसीव नहीं किया। बाद में भाजपा नेता विनोद धौरहरा के फोन करने पर हलका इंचार्ज मौके पर पहुंचा और एक रसूखदार के प्रभाव में आरोपी को पागल बताकर मौके से ही छोड़ दिया। जबकि आरोपी पर हत्या के प्रयास का एक मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है।
दरोगा बन गया जज और मेडिकल अफसर
मौके पर पहुंचे दरोगा ने आरोपी को ऐसे पागल बताया जैसे वह मेडिकल की पढ़ाई करके आया हो। यही नहीं जज बनते हुए दरोगा ने पीड़िता के पिता से साढ़े कागज पर दस्तखत करवाने का भी दबाव बनाया मगर इंकार करने पर दरोगा ने गांव से ही आरोपी को छोड़ दिया। आरोपी तीन साल पहले गांव के ही एक युवक की हत्या में जेल गया था। अभी वह जमानत पर है।
बच्चों ने स्कूल जाने से किया इंकार
इस घटना के बाद सरैयां कलां के बच्चे डरे हुए हैं। इस खौफनाक वारदात के बाद बच्चों ने स्कूल जाने से मना कर दिया। बच्चों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजकर किसी किस्म का खतरा मोल नहीं लेना चाहते हैं। मंगलवार को जब बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे, तब अधयापकों ने इसकी वजह पता लगाई। मामले की जानकारी होने पर शिक्षक पीड़ितों के घर भी पहंचे पर अभिभावकों की चिंताओं के आगे वे भी बेबस ही नजर आए।