नौनिहालों का जोखिम में जान
महराजगंज: सरकार प्राथमिक शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है। जन जागरुकता के न
महराजगंज: सरकार प्राथमिक शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है। जन जागरुकता के नाम पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है। बावजूद अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना रवैये से सरकार की मंशा पर पानी फिर जा रहा है। सरकार की सभी योजनाएं धरी की धरी रह जा रही हैं। नौनिहालों तक सरकारी सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं। परिषदीय स्कूलों के सेहत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। हम बात कर रहे हैं सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत बागापार टोला बेलहिया स्थित प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय की। यहां के बच्चों को समुचित शिक्षा मिल सके, इसके लिए एक ही स्थान पर प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय सरकार द्वारा बनवाया गया। लाखों रुपये खर्च कर विद्यालय तो बना दिए गए, लेकिन विद्यालय तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं बनाया गया। हाल यह है कि नए सत्र का ढ़ाई महीना गुजर गया, लेकिन अभी तक बच्चों के नामांकन में कोई इजाफा नहीं हुआ। कारण यह कि स्कूल तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। स्कूल के बगल में एक बड़ा सा गड्ढा है, जो बरसात के दिनों में पानी से भर जाता है। यहां तक कि विद्यालय में भी पानी घुस जाता है। क्योंकि पानी निकलने का कोई विकल्प नहीं है। जुलाई से लेकर अक्टूबर तक विद्यालय की नींव तक पानी जमा रहता है। कोई अभिभावक अपने नौनिहाल को स्कूल भेजना नहीं चाहते। गड्ढा काफी गहरा है। कब किस बच्चे का पैर फिसल जाए और वह कब दुर्घटना का शिकार बन जाये? ये कोई नहीं जानता। आखिर बच्चे स्कूल आएं तो कैसे? अभिभावकों के सामने दिक्कत खड़ी हो गयी है। हालांकि इस समस्या से शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी अनजान नहीं है। शिक्षक से लेकर अभिभावक तक इस समस्या के निराकरण के लिए जिले के जिम्मेदार अधिकारियों का दरवाजा खटखटा चुके हैं, लेकिन कोई असर नहीं पड़ रहा है। अभिभावक पारस वर्मा, मदन वर्मा, अंगद वर्मा, रामसरन, दिलीप वर्मा, गोरख वर्मा, शत्रुघ्न चौरसिया, आशीष चौबे, मनोज चौधरी, अशोक गौड़, सीताराम, विनायक वर्मा, परमेश्वर, राजेश आदि लोगों का कहना है कि लाखों रुपया खर्च करके विद्यालय तो बना दिया गया, लेकिन विद्यालय तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है। बरसात भर विद्यालय पानी से घिरा रहता है। लोगों ने कहा कि इसकी शिकायत भी बेसिक शिक्षा अधिकारी से की परंतु सिर्फ आश्वासन ही मिला।
-------------------------------------------
हर बार बीएसए को लिखते हैं पत्र - प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय बेलहिया के प्रधानाध्यापक अखिलेश पाठक ने बताया कि विगत कई सालों से जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। जुलाई से लेकर अक्टूबर तक विद्यालय के चारों तरफ पानी जमा रहता है। विद्यालय तक आने में शिक्षकों को भी पसीना बहाना पड़ता है। हर साल विद्यालय द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को विद्यालय की स्थिति से अवगत कराया जाता है, लेकिन कोई असर नहीं पड़ता है।