शिक्षिकाएं गैरहाजिर, पढ़ा रहा था डमी टीचर
जागरण संवाददाता, बरेली/नवाबगंज: प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने को सरकार करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन सरकारी शिक्षा की व्यवस्था को पलीता लगाने में लगे हैं। नवाबगंज के स्कूल में तैनात तीन शिक्षिकाओं ने खुद पढ़ाने के बजाय एक युवक को नियुक्त कर दिया। तहसीलदार के निरीक्षण में मामला पकड़ में आया। उन्होंने पूरी रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। मामला खुलने पर बीएसए ने भी खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
कभी कभार स्कूल आती हैं तीनों शिक्षिकाएं
तहसीलदार मलखान सिंह ने शनिवार को नवाबगंज के लावाखेड़ा बद्रीप्रसाद गावं के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। हेड मास्टर सीबा परवीन, सहायक अध्यापिका रश्मि प्रभा और सुषमा सागर अनुपस्थित मिलीं। उनकी जगह गांव के ही बीए का छात्र लोकेश सिंह पढ़ाता मिला। तहसीलदार को हाजिरी रजिस्ट्रर नहीं मिला। सारी सच्चाई गांवों वालों ने खोली। बताया कि तीनों शिक्षिकाएं विद्यालय आती ही नहीं। उनकी जगह यह लड़का पढ़ाता है। जिसके एवज में तीनों शिक्षिकाएं उसे पैसे देती हैं।
शिक्षक गैरहाजिर, शैक्षिक गुणवत्ता भी खराब
तहसीलदार ने बाद में भोलापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां शिक्षिका ऊषा देवी, सुशीला देवी अनुपस्थित मिले। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में हेड मास्टर नेमचंद शिक्षिका रुचि पांडेय, सुधीर राना भी नहीं मिले। इन स्कूलों के अलावा अधकटा नजराना, इनयातपुर, गजरौला, धौरेरा, बिजोरिया, हाफिगंज नवाबगंज, ईध जागीर, विथरी, बीजामऊ, हरदुआ किफायतुल्ला, गरेम और गावाद आदि के स्कूलों के निरीक्षण में तमाम खामियां मिली।
वर्जन
लावाखेड़ा बद्रीप्रसाद गांव के प्राथमिक विद्यालय में हेड मास्टर और दो शिक्षिकाएं गैर हाजिर मिली। उनकी जगह गांव का एक लड़का पढ़ाता मिला। डमी शिक्षक का मामला है। डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है।
-मलखान सिंह, तहसीलदार नवाबगंज
डमी शिक्षक का मामला गंभीर है। खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी जाएगी। दोषी शिक्षिकाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बाकी ब्लॉक से जो ऐसी शिकायतें आई हैं उनमें भी जांच कराई जाएगी।
-ऐश्वर्या लक्ष्मी यादव, बीएसए