प्रतापगढ़ : डीआइओएस दफ्तर के कर्मचारियों के चल रहे आंदोलन के समर्थन में गुरुवार को बीएसए कार्यालय के कर्मचारी हड़ताल पर रहे, उधर, डीआइओएस कार्यालय के कर्मचारियों की हड़ताल 15वें दिन भी जारी
प्रतापगढ़ : डीआइओएस दफ्तर के कर्मचारियों के चल रहे आंदोलन के समर्थन में गुरुवार को बीएसए कार्यालय के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। उधर, डीआइओएस कार्यालय के कर्मचारियों की हड़ताल 15वें दिन भी जारी रही।
अपर शिक्षा निदेशक द्वारा किए गए तबादले के विरोध में डीआइओएस कार्यालय के कर्मचारी 24 अगस्त से हड़ताल पर चल रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस बीच उनके समर्थन में गुरुवार को बीएसए कार्यालय के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। पूरे दिन कामकाज नहीं किया। दफ्तर में प्रवेश करने के बाद कर्मचारियों ने मुख्य गेट को अंदर से बंद कर लिया। डिप्टी बीएसए ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, एबीएसए रमाकांत मौर्य, अमरदीप जायसवाल किसी तरह गेट खुलवा कर अंदर गए। जबकि अपने काम से आए शिक्षक समेत तमाम लोग गेट के बाहर चक्कर लगाते रहे। बाद में कर्मचारियों के हड़ताल की जानकारी होने पर वह लोग भी लौट गए।
उधर, यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल ऑफीसर्स एसोसिएशन का 22 सूत्रीय मांगों को लेकर डीआइओएस दफ्तर पर 15वें दिन भी धरना जारी रहा। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार ¨सह ने कहा कि अपर शिक्षा निदेशक बेसिक द्वारा किए गए तबादले को जब तक निरस्त नहीं किया जाता है, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। गुरुवार को एटक संगठन के अध्यक्ष हेमंत नंदन ओझा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संयुक्त मंत्री सुनील शुक्ला, गजेंद्र तिवारी, अभिषेक मिश्र, अरुण तिवारी ने धरनास्थल पर पहुंच कर वादा किया कि अगर उनके साथ कोई अन्याय किया गया तो वह इस हड़ताल में शामिल हो जाएंगे। राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष ¨वध्याचल ¨सह ने कहा कि जिस तरह शांतिपूर्ण ढंग से लड़ाई लड़ रहे हैं, इसे सरकार उनकी कमजोरी न समझे। पूरा शिक्षक संघ उनके साथ है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के राघवेंद्र शुक्ल, रमेश ¨सह, रामदेव, घनश्याम, राकेश कुमार ने भी हड़ताल का समर्थन किया।
इस दौरान ललित मोहन पांडेय, हिमांशु द्विवेदी, संतोष कुमार शर्मा, सीमा सिन्हा, शबीना अंजुम, रेनू भारती, अरुणेंद्र पटेल, गजाधर प्रसाद यादव, ब्रजेंद्र मिश्र, राम शिरोमणि, मोहनलाल, रवींद्र जायसवाल, उमाशंकर मिश्र, अतुल विश्वकर्मा, शौकत अली, हरिजीवनलाल आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता राम शिरोमणि व संचालन कौशल पांडेय ने किया।