249 राजकीय शिक्षकों के प्रमोशन, बने प्रधानाध्यापक
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश भर में तीन वर्ष से अटकी राजकीय शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया फिर चल पड़ी है। प्रवक्ता एवं एलटी ग्रेड संवर्ग के करीब ढाई सौ शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बनने का मौका मिला है। शिक्षा निदेशालय ने प्रमोशन सूची जारी कर दी है और जल्द ही कार्यभार ग्रहण करके अवगत कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश के राजकीय (बालक/बालिका) कालेजों में लंबे समय से प्रधानाध्यापक के पद खाली चल रहे थे। वहां कार्यवाहक के हाथ कमान थी। इसकी वजह प्रवक्ता एवं एलटी ग्रेड शिक्षकों का समय से प्रमोशन न हो पाना था। तीन वर्ष से रुकी प्रमोशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने तीन माह पहले निर्देश दिए थे उन्होंने जून में ही प्रमोशन सूची जारी करने को कहा था, लेकिन सभी मंडलों से रिपोर्ट मंगाने एवं चयन समिति की कई मैराथन बैठकों के बाद शिक्षा निदेशालय से प्रमोशन सूची सोमवार को जारी हुई है।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक रमेश ने बताया कि प्रवक्ता पुरुष संवर्ग के 47, प्रवक्ता महिला संवर्ग के 70 एवं एलटी ग्रेड महिला संवर्ग के 132 प्रमोशन हुए हैं। प्रमोट हुए कुल 249 शिक्षकों को प्रदेश के बालक/बालिका राजकीय हाईस्कूल कालेजों में प्रधानाध्यापक पद पर तैनाती दी गई है। उन्होंने बताया कि अब तक ये शिक्षक 4800 ग्रेड पे में थे, जो प्रमोशन पाकर 5400 ग्रेड पे (15600-39100 वेतनमान) में पहुंच जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रमोशन सूची सभी मंडल व जिलों को मेल पर भेजी जा रही है। जिसे शिक्षक देख सकेंगे। प्रमोट हुए शिक्षक जल्द ही कार्यभार ग्रहण करके अवगत कराएं, ताकि कालेजों में पठन-पाठन बेहतर हो सके।
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पुरुष एलटी ग्रेड संवर्ग में विवाद
शिक्षा निदेशालय ने पुरुष एलटी ग्रेड संवर्ग में इस साल भी एक भी प्रमोशन नहीं किया है, क्योंकि इस संवर्ग में वरिष्ठता को लेकर विवाद है और कई प्रकरण न्यायालय में लंबित है। शुरुआत में इस संवर्ग के शिक्षकों को भी लाभ देने की तैयारी थी, लेकिन कुछ शिक्षकों के ऐतराज के बाद अफसरों ने प्रमोशन करने से हाथ खींच लिए हैं।