महराजगंज : गबन को लेकर तीन अधिकारियों में टकराव, गबन में लिप्त बीएसए व जिला समन्वयक के खिलाफ सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी ने डीएम को लिखा पत्र
🌕 बालिका शिक्षा योजना, बा की बेटियों की संख्या में हेरफेर कर चल रहे गबन के खेल में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
🌑 गबन को लेकर तीन अधिकारियों में टकराव
जागरण संवाददाता, महराजगंज : बालिका शिक्षा योजना में गबन को लेकर सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक में टकराव तेज हो गया है। तीनों के बीच बंद कमरे की लड़ाई बाहर आ गयी है। बीएसए ने पावर का उपयोग कर सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी को कार्यमुक्त कर दिया तो लेखाधिकारी ने भी गबन के खेल का भंडाफोड़ करते हुए बीएसए व जिला समन्वयक के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम को पत्र लिखा है।
सर्व शिक्षा अभियान के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी वाचस्पति द्विवेदी द्वारा बालिका शिक्षा योजना में चल रहे गबन के खेल का काला चिट्ठा खोलने वाला डीएम को लिखा गया पत्र वायरल हो चुका है। इसके वायरल होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। क्योंकि तीन अधिकारियों के बीच गबन को लेकर होने वाले टकराव में कई कर्मचारियों को भी अब अपनी गर्दन फंसती हुई महसूस होने लगी है।
सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी वाचस्पति द्विवेदी ने डीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि तथ्यों को छिपाकर बीएसए ने हमें कार्यमुक्त कराया है। गत 15 जून 16 के निदेशक आन्तरिक परीक्षा लखनऊ जिस पत्र हमें कार्यमुक्त कराया गया वह आदेश हमारे लिए नहीं है।
यह आदेश वाचस्पति द्विवेदी सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान देवरिया के लिए है। इस आदेश के दो दिन बाद यानी 17 जून से राज्य परियोजना निदेशक के आदेश से सर्व शिक्षा अभियान महराजगंज में सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर कार्य कर रहा हूं। बकौल वाचस्पति द्विवेदी अलग-अलग विभाग व कार्यालय होने के बाद भी नाम में समानता होने का फायदा बीएसए महराजगंज ने उठाया और डीएम महराजगंज को गुमराह कर हमें कार्यमुक्त करा दिया। क्योंकि हमने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महराजगंज व बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक महेन्द्र यादव के षडयंत्र में शामिल होने से इंकार कर दिया था।
बीएसए व जिला समन्वयक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में लाखों रुपये के फर्जी बिलों के भुगतान पर मुझसे हस्ताक्षर करने हेतु दबाव बना रहे थे जिसे भुगतान करने से मना कर दिया था। पिछले 22 जून को कार्यभार ग्रहण करने के बाद बालिका शिक्षा योजना में वित्तीय अराजकता की स्थिति संज्ञान में आयी। 16 जुलाई को डीएम से मिलकर पूरी वास्तविकता से अवगत कराया तो डीएम ने निर्देश दिया था कि वित्त के अधिकारी तुम हो, निर्भय होकर बिल परीक्षण के बाद ही भुगतान करना। कोई समस्या हो तो बताना। इसी निर्देश का पालन करते हुए कार्य करने लगा तो जिला समन्वयक बालिका शिक्षा महेन्द्र यादव व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महराजगंज ने जो लाखों रुपये के गबन की योजना बनायी थी वह असफल हो गयी।
लेखाधिकारी ने डीएम को भेजे पत्र में स्पष्ट लिखा है कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्रओं की उपस्थिति 25 से तीस फीसद ही है। इसके बावजूद बीएसए व जिला समन्वयक फ्राड करते हैं और 90 से 95 फीसद छात्रओं की फर्जी उपस्थिति कागज में बनवाते हैं तथा फर्जी बिलों का भुगतान कराने के लिए सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी पर दबाव बनाते हैं। इस तरह आपूर्ति प्रक्रिया का सरासर उल्लंघन दोनो अधिकारियों द्वारा किया जाता है। इस संबंध में आप ने जांच कमेटी भी गठित की है पर इसकी रिपोर्ट आनी शेष है। यह गबन काफी दिनों से कराया जा रहा है इसलिए इसकी ठीक से जांच कराकर सरकारी धन का गबन करने में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराया जान जनहित में जरूरी है।