तीन करोड़ से सुधरेगी परिषदीय स्कूलों की सूरत
मैनपुरी : परिषदीय विद्यालयों की बिगड़ी सूरत सुधारने के लिए शासन ने तीन करोड़ रुपये खर्च करने की व्यवस्था की है। सभी स्कूलों की रंगाई-पुताई होगी। पुरानी कुर्सियां और टेबिल बदली जाएंगी। बच्चों के पानी पीने के लिए अब नया जग और बाल्टी भी खरीदी जाएगी। बाल अधिकार दीवार पर लिखने के लिए भी दस लाख रुपये अलग से खर्च होंगे।
जिले में 2192 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों की रंगाई-पुताई के लिए शासन ने 1.62 करोड़ धनराशि भेजी है। जबकि स्कूलों में पुराना फर्नीचर, टाट पट्टी, पानी का जग और बाल्टी खरीदने के लिए मेंटीनेंस के नाम पर 1.25 करोड़ रुपया भेजा गया है। जबकि स्कूलों की दीवार पर बाल अधिकारी व जन वाचन की लिखाई कराने के लिए पांच सौ रुपये प्रति स्कूल की दर से 10.96 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं।
शासन ने परिषदीय विद्यालयों की हालत सुधारने के लिए एक महीने के अंदर मेंटीनेंस, रंगाई-पुताई और बाल अधिकार लिखाने के निर्देश भी जारी किए हैं। पुताई के लिए 1500 रुपये प्रति कमरे की दर से एक विद्यालय को कम से कम पांच हजार जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालय में 10 हजार रुपये तक की धनराशि आवंटित होगी। वहीं मेंटीनेंस के लिए प्राइमरी विद्यालयों में पांच हजार रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सात हजार रुपये भेजे जाएंगे।
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'परिषदीय विद्यालयों की रंगाई-पुताई और मेंटीनेंस के लिए शासन से धनराशि उपलब्ध हुई है। सभी विद्यालयों में बाल अधिकार लिखे जाएंगे। प्रधानाध्यापकों को इस कार्य के लिए निर्देशित कर दिया गया है।
रामकरन यादव, बीएसए, मैनपुरी।