सुलतानपुर : आधा सत्र बीतने के बाद मिलीं किताबें, वह भी अाधाही, बेहाल बेसिक शिक्षा का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है ।
सुलतानपुर : बेहाल बेसिक शिक्षा का इससे बेहतर उदाहरण हो सकता है। करीब आधा शिक्षा सत्र बीत चुका है। छात्र और शिक्षक एक माह बाद आयोजित होने वाले अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। अब बेसिक स्कूलों के लिए पुस्तकों की आपूर्ति शुरू करायी गयी है। गुरुवार को तहसील मुख्यालय पर बच्चों को नाम मात्र की पुस्तकें वितरित करके शुभारंभ किया गया। उधर, बेसिक स्कूलों में कुल 63 पुस्तकों के सापेक्ष सिर्फ 11 पुस्तकों की आपूर्ति की गयी है।
चालू शिक्षा सत्र में बेसिक स्कूलों को नि:शुल्क मिलने वाली पाठ्य-पुस्तकों की आपूर्ति नहीं की गयी थी। राज्य स्तर पर पाठ्य-पुस्तकों की छपाई और वितरण में देरी को लेकर कई बार विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को सार्वजानिक भी किया। अप्रैल से शुरू हुए शिक्षा सत्र के बावजूद पुस्तकें ग्रामीण क्षेत्रों तक नहीं पहुंच सकी थी। गुरुवार को कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में बच्चों को पुस्तकें वितरित की गयी। इस मौके पर शिक्षक नेता रणवीर ¨सह, प्रदीप भार्गव, विजय नारायण तिवारी, रोली ¨सह, किरन, अर्चना द्विवेदी, दीपिका मिश्रा, रेनू, सरोज ¨सह आदि मौजूद रहे। मालूम हो कि कक्षा एक से लेकर आठ तक कुल 63 पुस्तकें चलती हैं। जिनमें आठ कार्य पुस्तिका भी शामिल है। आधा सत्र बीत जाने बाद भी सिर्फ 11 पुस्तकें भेजी गयी हैं। जिनमें प्राथमिक स्तर की दो और उच्च प्राथमिक विद्यालय की नौ पुस्तकें शामिल हैं। आगामी 19 अक्टूबर से अर्द्धवार्षिक परीक्षा का भी खाका तैयार हो गया है। इसके बावजूद बेसिक स्कूलों की पुस्तकें नहीं पहुंची हैं।