बांदा : शिक्षा विभाग में जिला स्थानान्तरण में जोड़तोड़ का खेल, शिक्षकों को भ्रमित करने के लिए आवेदन मांग रहा है। आवेदन जमा करने की विभाग ने कोई निश्चित तिथि घोषित नहीं की
बांदा, जागरण संवाददाता : शासन ने सहायक अध्यापकों की जनपदीय स्थानांतरण नीति को अनुमति दे दी है। जिले के सहायक अध्यापकों से जनपदीय स्थानांतरण के लिए विकासखंड स्तर पर आवेदन मांगे गए है। लेकिन शिक्षा विभाग ने सहायक अध्यापकों के विकास खंडवार विद्यालयों में रिक्त पदों के ब्यौरे का खुलासा नहीं किया है ताकि गोपनीय तरीके से जनपदीय स्थानांतरण किया जा सकें। इसके लिए अभी से ही जोड़तोड़ शुरू हो गई है। बताते हैं कि कई विकासखंडों के रिक्त पदों पर तैनाती के लिए अभी से रस्साकसी शुरू हो गई हैं। दूरस्थ विकासखंड अभी खाली पड़े हैं। एक सहायक अध्यापक का कहना है कि शिक्षा विभाग ने जनपदीय स्थानांतरण नीति की सूचना में विकास खंडवार विद्यालयों के पदों का खुलासा नहीं किया गया है। इससे शिक्षक परेशान हैं। पदों की जानकारी न होने से मुख्यालय से जुड़े विकासखंड़ों पर स्थानांतरण के लिए मारामारी मची हुई है। बड़ोखर विकासखंड के स्कूलों में स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षकों की संख्या सैकड़ों में है जबकि अन्य दुरस्त विकासखंडों में स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षकों की संख्या न के बराबर है। एक अन्य शिक्षक का कहना है कि जिला मुख्यालय से जुड़े विकास खंड बड़ोखर के विद्यालयों में रिक्त पदों पर अभी से ही बु¨कग शुरू हो गई है। इन विद्यालयों में ज्यादातर शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों अथवा प्रभावशाली नेताओं की पत्नियों के स्थानांतरण किए जा रहे हैं। इसके अलावा जो भी पद शेष है उनमें मोटी रकम ली जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि गोपनीय तरीके से रिक्त पदों को भरा जा रहा है वही दूसरी ओर विभाग शिक्षकों को भ्रमित करने के लिए आवेदन मांग रहा है। आवेदन जमा करने की विभाग ने कोई निश्चित तिथि घोषित नहीं की है। उधर, बीएसए शिव नारायण ¨सह से जब बात की गई तो उन्होंने मी¨टग का हवाला देते हुए बात करने से इंकार कर दिया।