कस्तूरबा स्कूलों के सामान की खरीदारी में खेल
अमर उजाला ब्यूरो, बिजनौर
बिजनौर में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में मार्च के महीने में सामान की खरीदारी में किए गए भ्रष्टाचार की पोल जांच में खुल गई है। जांच टीम ने सामान मानक के अनुरूप नहीं पाया तथा भुगतान की कुल धनराशि से 30 प्रतिशत की कटौती करने की संस्तुति की है। दूसरी ओर, बीएसए ने जिन फर्मों से सामान की खरीदारी की गई, उनके भुगतान पर रोक लगा दी है।
मार्च के महीने में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के लिए बालिकाओं के उपयोग में आने वाले सामान व स्कूलों के उपयोग में आने वाले सामान की खरीदारी की गई थी। सामान की खरीदारी में विभाग के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी की कार्यशैली पर सवाल लगे थे। कस्तूरबा स्कूलों के लिए वाटर प्यूरीफायर, एयर कूलर, कूलर स्टैंड, प्रोटीन पैन पाउडर, प्रोजेक्टर, ओढ़ने की चादर, बिछाने की चादर, मिक्सर, पंखे, अलमारी आदि सामान खरीदा गया था।
डीएम से शिकायत होने पर बीएसए ने जांच करने के आदेश दिए थे। जांच में सामान मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। सामान का मूल्य बिलों में बाजार भाव से अधिक पाया गया। जिन फर्मों से सामान की खरीदारी की गई है उस सामान के कुल बिल से 30 प्रतिशत की धनराशि की कटौती करने की संस्तुति की गई है। दूसरी ओर, जांच रिपोर्ट आने पर बीएसए संजय कुशवाहा ने मंगलवार को ही भुगतान पर रोक लगा दी। साथ ही राज्य परियोजना से दिशा निर्देश मांगा है। बीएसए ने बताया कि शासन के निर्देश मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
इन फर्मों से की गई है खरीदारी ः कस्तूरबा स्कूलों में सामान की खरीदारी जिन फर्मों से की गई है उनमें स्टार एंटर प्राइजेज, इंटर सेल कन्स्ट्रक्शन एंड सप्लायर, बग्गा क्लाथ हाउस, ग्रामोद्योग संस्था आदि से सामान की खरीदारी की गई है। क्रय सामान की शिकायत होने पर जांच शुरू हो गई तथा छह महीने बीतने को हैं पर भुगतान नहीं किया गया है।