एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

लखनऊ : नर्सरी से पीएचडी तक की पढ़ाई अब एक छत के नीचे, समावेशी शिक्षा पर जोर

1 comments

लखनऊ : नर्सरी से पीएचडी तक की पढ़ाई अब एक छत के नीचे, समावेशी शिक्षा पर जोर

🌕 डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास यूनिवर्सिटी में नर्सरी से कक्षा पांच तक का खुलेगा स्कूल

🔵 अभी विवि कैंपस में कक्षा छह से इंटर तक की पढ़ाई की हो रही व्यवस्था, समावेशी शिक्षा पर जोर

आशीष त्रिवेदी, लखनऊ : नर्सरी से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई अब आप एक छत के नीचे कर सकते हैं। जी हां डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में अब नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक का स्कूल भी खोला जाएगा। इसमें 50 प्रतिशत सीटें दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए और 50 प्रतिशत सीटें अन्य सामान्य विद्यार्थियों के लिए होंगी। विवि ने इस प्राइमरी स्कूल का खाका तैयार कर लिया है। विवि कैंपस में पहले ही कक्षा छह से लेकर कक्षा बारहवीं तक के स्कूल का निर्माण करवाया जा रहा है, जो नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। दिव्यांग विद्यार्थी प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा सामान्य विद्यार्थियों के साथ हासिल कर सकें इसकी व्यवस्था की जा रही है।

डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निशीथ राय ने बताया कि नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक का स्कूल खोलने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इससे दिव्यांग विद्यार्थियों को सामान्य विद्यार्थियों के साथ पढ़ने का मौका मिलेगा। प्रो. राय ने बताया कि दिव्यांग विद्यार्थियों को सामान्य विद्यार्थियों के साथ पढ़ाने से फायदा होगा। अभी विश्वविद्यालय में कई दिव्यांग विद्यार्थी ऐसे हैं जो कि अपनी कक्षा में टापर हैं।

जब यह देखते हैं कि वह एक सामान्य विद्यार्थी से ज्यादा प्रतिभावान हैं तो उनमें आत्मविश्वास और मजबूत होता है। इस समावेशी शिक्षा की व्यवस्था प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक करने से बेहतर परिणाम सामने आएंगे। प्रो. राय कहते हैं कि समावेशी शिक्षा देने से दोनों विद्यार्थियों के बीच आपसी मेल-जोल भी बढ़ेगा। फिलहाल देश में यह अपने स्तर का अनूठा विश्वविद्यालय है, जो दिव्यांगों को बेहतर शिक्षा देने की कोशिश में जुटा हुआ है।

1 टिप्पणी:

  1. 📌 लखनऊ : नर्सरी से पीएचडी तक की पढ़ाई अब एक छत के नीचे, समावेशी शिक्षा पर जोर
    👉 http://www.primarykamaster.net/2016/09/blog-post_798.html

    जवाब देंहटाएं

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।