फिरोजाबाद : मिड-डे मील में बांटा खराब दूध, कई स्कूलों में दूध को फैला दिया गया और कई स्कूलों से दूध वापस कर दिया गया।
फिरोजाबाद । मिड डे मील के तहत शहरी क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में बुधवार को वितरित दूध से अजीब महक आने से शिक्षक सकते में आ गए। उन्होंने सिंथेटिक दूध की आशंका में बच्चों को दूध नहीं पीने दिया। कई स्कूलों में दूध को फैला दिया गया और कई स्कूलों से दूध वापस कर दिया गया।
ग्रामीण विकास सेवा संस्थान द्वारा फिरोजाबाद नगर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक स्कूलों भोजन वितरण किया जा रहा है। बुधवार को संस्था की ओर से तहरी के साथ दूध का वितरण किया गया। स्कूलों में दूध लेते समय ही कुछ स्कूलों में दूध में अजीब सी महक आने के कारण शिक्षकों ने दूध लेने से इनकार कर दिया। कुछ स्कूलों में दूध लिया गया वहां भी वितरण शुरू होते ही बच्चों द्वारा बदबू आने की बात कहकर दूध फेंक दिया गया।
प्राथमिक विद्यालय ककरऊ में बच्चों द्वारा परिसर में भरे पानी में दूध फेंका गया तो वह दूध पानी में नीचे बैठ गया। जिसकी जानकारी से शिक्षकों में हड़कंप मच गया। उप्रावि ककरऊ के प्रअ सुरेश चंद्र शर्मा ने बताया कि गुणवत्ता खराब होने के कारण दूध का वितरण करने के बजाया फैला दिया गया। प्राथमिक विद्यालय रहना में गुणवत्ता खराब होने के कारण दूध वापस कर दिया गया।
प्रधानाध्यापक रामसेवक यादव ने बताया कि दूध पानी में नीचे बैठ जा रहा है। जिससे दूध बना हुआ प्रतीत होता है। उन्होंने खुद दूध पिया तो उनका जी मिचलाने लगा। विभाग को सूचित कर दिया गया है। भोजन लाने वाले कर्मियों के पास संस्था का परिचयपत्र भी नहीं है।
पानी में नीचे बैठ गया दूध
बुधवार को एमडीएम के भोजन के साथ संस्था द्वारा उपलब्ध कराये गए दूध की गुणवत्ता को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय ककरऊ में पानी में डाला दूध चंद सेकेंडों में ही नीचे बैठ गया। जो शिक्षकों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
भोजन और दूध की गुणवत्ता ठीक रखने का प्रयास कर रहे हैं। स्कूलों में भेजे गए दूध की गुणवत्ता ठीक न होने की जानकारी स्कूलों से मिली है। दूध पानी में नीचे क्यों बैठ गया यह बात समझ नहीं पा रहा हूं। भोजन वितरण करने वाले कर्मियों को जल्द परिचय पत्र उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।
- अनमोल , संचालक, ग्रामीण विकास सेवा संस्थान
एमडीएम वितरण करने वाली संस्था ग्रामीण विकास सेवा संस्थान को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया जा रहा है। सैंपल के रुप में मंगवाये गए दूध की ठीक नहीं हैं। शिक्षक चखने के बाद ही दूध और भोजन बच्चों को वितरित करें। एमडीएम वितरण करने वाले कर्मियों को परिचयपत्र जारी न करने के मामले में भी संस्था को नोटिस भेजा जा रहा है।
- डॉ. सच्चिदानंद यादव, बीएसए