लखनऊ : आश्वासन नहीं अब आदेश चाहिए,जवाहर भवन के सामने चल रहा धरना, गांधीगीरी कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता, लखनऊ: राज्यकर्मचारी का दर्जा देने और मानदेय बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को गांधीगीरी करके विरोध प्रदर्शन किया। उप्र आंगनबाड़ी सहायिका संघ के आह्वान पर जवाहर भवन के सामने डटी कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी होने तक धरना जारी रखने का एलान किया। संघ की प्रदेश अध्यक्ष किरन वर्मा ने कहाकि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी जब तक जवाहर भवन परिसर में धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहाकि 15 दिनों में मांग पूरी करने के आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब आश्वासन नहीं आदेश चाहिए, तभी कार्यकर्ता यहां से जाएंगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहाकि अब आरपार की लड़ाई लगेंगे। तीन हजार मासिक वेतन पर कार्यकर्ता अब काम नहीं करेंगी। उनका वेतन जब तक 15000 रुपये नहीं होगा, कार्यकर्ता यहीं डटी रहेंगी। महामंत्री कमलेश यादव ने कहा कि सात सूत्री मांगों लेकर पिछले नौ दिनों से यहां धरना चल रहा है, लेकिन अधिकारियों की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। प्रदेश में पौने दो लाख कार्यकर्ताओं व सहायिकाएं को जब तक ग्रीष्म कालीन अवकाश, पेंशन व मुख्य सेविकाओं के पद पर पदोन्नति का लाभ नहीं मिलेगा तब तक कार्यकर्ताओं की हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल में पिंकी पाठक, रेखा पांडेय, ऊषा, मनोरमा यादव, किरनलता, अनीता व मंजू आदि शामिल हुईं।
कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार
कर्मचारियों के वेतन व पेंशन का नियमानुसार भुगतान करने और आउट सोर्सिग कर्मचारियों का समय से भुगतान करने समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर उप्र राज्य समाज कल्याण बोर्ड कर्मचारी चेयरमैन के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। मंगलवार को कर्मचारियों ने न्यायिक जांच समिति के गठन के चेयरमैन की मंशा का भी विरोध किया है। कैसरबाग के नारी कला मंदिर परिसर में चल रहे कार्य बहिष्कार के दौरान संघ के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने कहाकि जांच के नाम पर मनमानी करने पर चेयरमैन आमादा है। उनका कहना है कि अक्टूबर से लेकर अब तक जो कुछ भी हुआ, उससे बोर्ड की कार्य प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। रीना कश्यप, कमल पंजवानी, अनवर ताहिर व रामनरेश आदि शामिल हुए।