इलाहाबाद : 15 महीने बाद 600 से अधिक हेडमास्टरों का डिमोशन, जूनियर हाईस्कूल में हेडमास्टर पद पर प्रमोशन का विवाद नियुक्ति तिथि को लेकर पैदा हुआ।
इलाहाबाद । इलाहाबाद में उच्च प्राथमिक स्कूलों के 600 से अधिक हेडमास्टरों का 15 महीने बाद डिमोशन हो गया। तत्कालीन बीएसए राजकुमार ने 16 जुलाई 2015 को 740 उच्च प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापक और प्राथमिक स्कूलों के हेडमास्टर का प्रमोशन उच्च प्राथमिक स्कूलों में हेडमास्टर के पद पर किया था। इनमें से 600 से अधिक ने प्रमोशन के बाद नए स्कूल में ज्वाइन कर लिया था।
लेकिन प्रमोशन में वरिष्ठता को लेकर विवाद हो गया और हाईकोर्ट ने 18 अगस्त 2015 को प्रमोशन पर रोक लगा दी थी। तब से ये शिक्षक काम तो उच्च प्राथमिक स्कूलों के हेडमास्टर के रूप में काम कर रहे थे लेकिन वेतन हेडमास्टर का नहीं मिल रहा था। पिछले दिनों मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक रमेश कुमार तिवारी ने बीएसए को मामले का निस्तारण करने का निर्देश दिया था।
इसी क्रम में पूर्व बीएसए जयकरन यादव ने इलाहाबाद से जाते-जाते 13 अक्क्तूबर को इन हेडमास्टरों को पुराने पद पर लौटने के निर्देश कर दिए हैं। इस आदेश के बाद से जो हेडमास्टर मनपसंद स्कूल में पहुंच गए थे, उनमें निराशा है।
क्या है जूनियर हेड के प्रमोशन का विवाद
इलाहाबाद। जूनियर हाईस्कूल में हेडमास्टर पद पर प्रमोशन का विवाद नियुक्ति तिथि को लेकर पैदा हुआ। अध्यापक सेवा नियमावली के अनुसार प्राथमिक के सहायक अध्यापक का कैडर प्राथमिक के हेडमास्टर और जूनियर के सहायक अध्यापक के कैडर से अलग है। जूनियर हाईस्कूल में हेडमास्टर पद पर प्रमोशन के लिए वरिष्ठता का निर्धारण प्राथमिक के हेडमास्टर या जूनियर के सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति से जोड़ा जाता है। लेकिन इलाहाबाद समेत कई जिलों के बीएसए ने प्राथमिक में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति से वरिष्ठता सूची बनाते हुए प्रमोशन कर दिया। जिसके चलते विवाद हो गया।
इनका कहना है
प्रमोशन का आदेश वापस हो गया है। लेकिन जिन शिक्षकों ने सवा साल तक हेडमास्टर के पद पर काम किया उन्हें उतने समय का बढ़ा हुआ वेतन दिया जाना चाहिए।
-ब्रजेन्द्र बहादुर सिंह, शिक्षक नेता
📌 इलाहाबाद : 15 महीने बाद 600 से अधिक हेडमास्टरों का डिमोशन, जूनियर हाईस्कूल में हेडमास्टर पद पर प्रमोशन का विवाद नियुक्ति तिथि को लेकर पैदा हुआ।
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