रसोइयों को भुगतान न मिलने पर बीईओ जिम्मेदार
रसोइयों को मानदेय भुगतान में देरी की वजह बजट उपलब्ध न होना नहीं है, बल्कि जान-बूझकर भुगतान नहीं किया जा रहा है। बीएसए संजय कुमार शुक्ला ने कई विद्यालयों का निरीक्षण किया, तो उसमें इन आरोपों की पुष्टि हुई है। विद्यालयों के एमडीएम खाते में पैसा होने के बावजूद रसोइयों को समय से मानदेय नहीं दिया जा रहा है। बीएसए ने गंभीर रुख अपनाते हुए समस्त बीईओ को सघन अभियान चलाकर रसोइयों को दो दिन में भुगतान कराने के निर्देश दिए हैं।
समय से मानदेय भुगतान न मिलने को लेकर रसोइया संगठन कई बार धरना प्रदर्शन तक कर चुके हैं। आश्वासन के बावजूद उनकी समस्या का हल नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब बीएसए ने इस मामले में स्वयं ही कड़ा आदेश जारी कर दिया है। इससे रसोइयों को समय से मानदेय मिलने की उम्मीद है। बीएसए ने बताया कि आगामी माहों में एमडीएम खाते में धनराशि उपलब्ध होने पर एक तारीख को मानदेय भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न होने पर संबंधित बीईओ व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे, जिनके खिलाफ रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।