लखनऊ : प्राइमरी स्कूलों में मजाक बनी परीक्षा, बिना किताबें बांटे हो रही परीक्षा में नकल का बोलबाला
🔴 सिटिंग प्लान व उड़न दस्ते भी सिर्फ कागजों पर सिमटे
जागरण संवाददाता, लखनऊ : राजधानी में प्राइमरी स्कूलों व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में बिना पूरी किताबें बांटे हो रही अर्ध वार्षिक परीक्षाएं मजाक बनकर रह गई हैं। बख्शी का तालाब क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल खेरिया में सिर्फ कक्षा एक के छात्रों को ही किताबें मिली हैं।
बाकी कक्षा दो से पांच तक के छात्र बिना कोर्स पढ़े ही परीक्षा दे रहे हैं। ऐसे हालात कई स्कूलों में हैं। 1गुरुवार को लिखित परीक्षा शुरू हुई लेकिन उसमें सिटिंग प्लान व उड़न दस्ते के जो इंतजाम किए गए थे वह ध्वस्त नजर आए। पहली बार अर्ध वार्षिक परीक्षा में भी विद्यार्थियों को प्रश्नपत्र व कापियां दी गईं। मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक (एडी बेसिक) महेंद्र सिंह राणा ने चिनहट ब्लॉक के दो प्राइमरी स्कूलों का निरीक्षण किया तो उन्हें सिटिंग प्लान ठीक नहीं मिला। पास-पास बैठकर आराम से परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों को देखकर उन्होंने नाराजगी जताई। वहीं दूसरी ओर कई स्कूलों में विद्यार्थी एक दूसरे की कापियों में देखकर प्रश्नपत्र हल कर रहे थे।
प्राइमरी स्कूलों व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में अर्ध वार्षिक परीक्षाएं बिना पूरी निशुल्क पुस्तकें बांटे ही करवाई जा रही हैं। ऐसे में बिना कोर्स पढ़े ही छात्र मजबूरी में परीक्षा दे रहे हैं। अभी भी 13 पुस्तकें कक्षा एक से कक्षा आठ तक नहीं बांटी गई हैं। फिलहाल परीक्षा में इंतजाम दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस बार स्कूलों में प्रश्नपत्र बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अर्धवार्षिक परीक्षा में भी पहुंचाए गए हैं। वहीं कॉपियों के लिए प्राइमरी स्कूल में प्रत्येक छात्र के लिए साढ़े सात रुपये व पूर्व माध्यमिक स्कूल में प्रत्येक छात्र के लिए पंद्रह रुपये दिए गए थे ।