आगरा : एडेड कालेजों का और बुरा हाल, अधिकतर एडेड विद्यालयों के भवनों की दशा खराब है, सरकार की ओर से इनके लिए भी बजट नहीं दिया जा रहा
आगरा । यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त वित्त विहीन विद्यालयों की दशा फिर भी ठीक है। अधिकतर एडेड विद्यालयों के भवनों की दशा खराब है। सरकार की ओर से इनके लिए भी बजट नहीं दिया जा रहा है। छात्रों से लिए जाने वाले अनुपस्थिति शुल्क, विलंब शुल्क आदि का कुछ हिस्सा ही मरम्मत में लगाने की अनुमति है।
किसी विद्यार्थी के एक दिन अनुपस्थित रहने पर एक रुपये पेनाल्टी के रूप में लिए जातेे हैं। इसका 80 फीसदी शासन को 20 फीसदी विद्यालय के खाते में आता पहुंचता है। वर्ष भर में कुल मिलाकर विद्यालय को दो से ढाई हजार रुपये मिल पाते हैं, इनमें विद्यालय के मरम्मत की बात दूर, रंगाई-पुताई भी मुश्किल हो जाती है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत राजकीय के अलावा सहायता प्राप्त विद्यालयों को बजट दिया जाना था, ऐसा हो नहीं सका। अगस्त में विक्टोरिया इंटर कालेज में केमेस्ट्री लैब की छत गिर गई थी।