आगरा : शिक्षा में सहूलियत को होंगे चार बदलाव, एमएचआरडी के बदलाव के बाद होगी सहूलियत, अभिभावकों के लिए तैयार होगा पोर्टल
जागरण संवाददाता, आगरा: विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के फीडबैक के आधार पर मानव संसाधन एवं विकास मंत्रलय, स्कूल, कॉलेज और स्टूडेंट्स के लिए चार बड़े बदलाव करने जा रहा है। इन बदलावों के क्रियान्वित होने के बाद पेरेंट्स को होमवर्क की जानकारी ऑनलाइन मिला करेगी। एडमिशन के लिए एंट्रेस एग्जाम होंगे। यू ट्यूब पर एक्सपर्ट के लेक्चर उपलब्ध होंगे और रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यार्थी द्वारा की जाने वाली रिसर्च का खर्चा यूजीसी उठाएगी।
एमएचआरडी ने विद्यार्थी, अभिभावकों और शिक्षकों की परेशानी जानने के लिए एक साल तक फीडबैक लिया। फीडबैक के आधार पर मंत्रलय चार बड़े बदलाव कर सकता है। इसका असर केंद्रीय विद्यालय, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन से संबद्धता प्राप्त स्कूल व विश्वविद्यालयों में देखने को मिलेगा। जिन विवि में फैकल्टी की कमी है, उसे भी दूर करने के प्रयास किया जाएगा।
लेक्चर हुए अपलोड : सीबीएसई से संबंधित स्टूडेंट्स को बोर्ड नई सुविधा देने जा रहा है। बोर्ड ने वर्ष 2014 में उड़ान प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाते हुए बोर्ड ने वेबसाइट पर इंजीनियरिंग फील्ड के अलग-अलग एक्सपर्ट के लेक्चर अपलोड किए हैं। ये लेक्चर चालीस मिनट से लेकर 300 मिनट तक के हैं। इनमें आइआइटी की तैयारी कैसे करें, एग्जाम का पैटर्न क्या है, पेपर को सॉल्व करने के लिए क्या टिक अपनाई जाएं आदि बातें अपलोड की गई हैं। ये लेक्चर सीबीएसई की वेबसाइट पर हैं।
रिसर्च के क्षेत्र में सुविधा : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए ग्रांट बढ़ा दी है। नई व्यवस्था के तहत प्रतिभागी को दो तरह की रिसर्च करने का अवसर मिलेगा। इसमें एक पंद्रह दिन की और दूसरी 89 दिन की होगी। इसमें आने-जाने के साथ रहने का खर्चा यूजीसी उठाएगी।
प्रवेश के लिए होगा एंट्रेस : सेंट्रल यूनिवर्सिटी में प्रवेश का पैटर्न भी अगले सत्र से बदल सकता है। अभी तक सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी कटऑफ या फिर अलग-अलग एग्जाम के माध्यम से प्रवेश देती हैं। इसका फायदा यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों के मुकाबले सीबीएसई और आइसीएसई के विद्यार्थियों को प्रवेश के दौरान मिलता है। इसके देखते हुए कॉमन एंट्रेस एग्जाम की योजना बनाई जा रही है। इसके लागू होने के बाद विवि में परीक्षा के माध्यम से प्रवेश मिलेगा।केंद्रीय विद्यालय संगठन अपनी महत्वाकांक्षी योजना शालादर्पण शुरू करने जा रहा है। यह एक ऑनलाइन पोर्टल है। इस पोर्टल पर केंद्रीय विद्यालयों से जुड़ी सभी जानकारी ऑनलाइन मिल सकेंगी। इसे शुरू करने के पीछे केंद्रीय विद्यालयों का मकसद अभिभावकों और छात्र-छात्रओं के बीच बेहतर तालमेल बिठाना है। इस पोर्टल पर पेरेंट्स जान सकेंगे कि उनके बच्चे के टेस्ट में कितने नंबर आए हैं, वह स्कूल किस दिन नहीं गया। टीचर ने होमवर्क में बच्चे को क्या काम दिया है, यह जानकारी भी ऑनलाइन मिल सकेगी।
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