बिना डिमोशन के ही कर दी शिक्षकों की पदोन्नति
बुलंदशहर :बेसिक शिक्षा विभाग में एक नया खेल सामने आया है। अधिकारियों ने बिना डिमोशन
बुलंदशहर:बेसिक शिक्षा विभाग में एक नया खेल सामने आया है। अधिकारियों ने बिना डिमोशन किए ही शिक्षकों की पदोन्नति कर दी। नियमत: पहले जाति के आधार पर दो बार पदोन्नति ले चुके शिक्षकों का डिमोशन होना था। इसके बाद रिक्त पदों पर पदोन्नति होनी थी। लेकिन बिना डिमोशन के 148 पदों पर पदोन्नति कर दी गई।
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जाति के आधार पर दो बार पदोन्नति का लाभ ले चुके अधिकारी-कर्मचारियोंका डिमोशन किया जाए। इसके बाद पुलिस से लेकर प्रशासन और अन्य विभागों में डिमोशन हुए। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग में ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो लगभग 200 शिक्षकों का डिमोशन किया जाना था, लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बिना डिमोशन किए ही अन्य को पदोन्नति दे दी। पहले 200 से अधिक शिक्षकों का डिमोशन होना था। डिमोशन के बाद 348 पदों पर पदोन्नति होती, लेकिन बीएसए ने 148 पदों पर पदोन्नति कर प्रक्रिया को पूरा कर दिया। अंदरखाने कुछ शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई के डर से वह खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।
-200 से अधिक शिक्षकों का नुकसान
बिना डिमोशन के पदोन्नति करने से लगभग 200 शिक्षकों का नुकसान हुआ है। एक शिक्षक नेता ने बताया कि इससे प्रभावित कुछ शिक्षक कोर्ट भी जा सकते हैं।
-कई जिलों में हो चुके हैं डिमोशन
जनपद के अलावा आसपास के जिलों में जातिगत आधार पर दो-दो बार पदोन्नति ले चुके शिक्षकों के डिमोशन हो चुके हैं। उसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने पदोन्नति की है। यहां से सटे गाजियाबाद जिले में काफी पहले पदोन्नति हो चुकी है।
इन्होंने कहा....
प्रदेश में कुछ जनपदों को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी शिक्षकों का डिमोशन नहीं किया गया। इसलिए जनपद में भी शिक्षकों का डिमोशन नहीं किया गया। बिना डिमोशन के ही पदोन्नति कर दी गई। यदि शिक्षक विरोध करते तो इसका ध्यान रखा जाता। 148 शिक्षकों की पदोन्नति नियम के अनुसार की गई है।
वेदराम, बीएसए।