इलाहाबाद : यूपी बोर्ड में हेराफेरी, दो स्कूलों का पूरा रिकार्ड नष्ट, एफआईआर होने के बाद भी नहीं सुधरे बाबू
इलाहाबाद । यूपी बोर्ड के बाबुओं की काली करतूत ने दर्जनों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा दिया है ।शुरूआती जांच में पता चला है कि शातिरों ने जिन पांच स्कूलों के टैबुलेशन रिकार्ड इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय के बाबुओं की मदद से बदल दिए उनमें से दो स्कूलों के रिकार्ड पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। ऐसे में इन दो स्कूलों के रिकार्ड वापस दुरुस्त करना बड़ी मुसीबत बन गया है।
दरअसल इस पूरे मामले में शामिल रैकेट ने पहले अभ्यर्थियों के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की फर्जी मार्कशीट बनवाई और उसके बाद बोर्ड ऑफिस के बाबुओं की मिलीभगत से टीआर बदल दिया। पांच में से तीन स्कूल के रिकार्ड तो मिल गए लेकिन सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज लोकमनपुर से 1999 में हाईस्कूल और 2001 में इंटर पास कई अभ्यर्थियों का कोई रिकार्ड नहीं है।
वहीं रामप्यारी देवी इंटर कॉलेज बेलावारी सरायममरेज ने अपने स्कूल से 10-15 साल का रिकार्ड चोरी जाने की तहरीर थाने में दे रखी है। इस स्कूल के कर्मचारियों की भी रैकेट से मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। यहां के भी कई परीक्षार्थियों का रिकार्ड नहीं मिल रहा है। बोर्ड अफसर अब इस बात को लेकर परेशान हैं कि मूल रिकार्ड वापस कैसे हासिल करें।
चूंकि बोर्ड और इन दो स्कूल के रिकार्ड गायब है इसलिए उस वर्ष रिजल्ट तैयार करने वाली एजेंसी से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। यदि एजेंसी से भी रिकार्ड नहीं मिलता तो संबंधित रोल नंबर के अभ्यर्थियों को बुलाकर उनके रिकार्ड की सत्यता की जांच करते हुए उसी के आधार पर बोर्ड और स्कूल के दस्तावेज दुरुस्त किए जाएंगे।
इनका कहना है
मामले की जांच की जा रही है। जो रिकार्ड गायब है उसे वापस हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि कहीं से कोई दस्तावेज नहीं मिलते तो संबंधित परीक्षार्थियों को बुलाकर उनके रिकार्ड के सत्त्यता की जांच करते हुए बोर्ड व स्कूल के रिकार्ड दुरुस्त करेंगे।
-प्रमोद कुमार, अपर सचिव इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय, यूपी बोर्ड
तीन सदस्यीय जांच समिति के अध्यक्ष जेडी
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड के टैबुलेशन रिकार्ड बदले जाने की जांच के लिए सचिव शैल यादव ने शुक्रवार को तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक महेन्द्र कुमार सिंह को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। यूपी बोर्ड के बरेली क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव विनोद कृष्ण और मुख्यालय के उप सचिव सतेन्द्र सिंह को कमेटी का सदस्य बनाया गया है। सचिव ने जांच कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं ताकि आगे की कार्रवाई हो सके।
एफआईआर होने के बाद भी नहीं सुधरे बाबू
इलाहाबाद। यूपी बोर्ड के रिकार्ड बदलने वाले बाबुओं को कार्रवाई का भी डर नहीं लगा। 2012 में टैबुलेशन रिकार्ड का ही एक पन्ना फाड़े जाने के मामले में 2012 में पांच बाबुओं पर एफआईआर कराई गई थी। तत्कालीन अपर सचिव डॉ. प्रदीप कुमार ने सभापति से अनुमति लेने के बाद सिविल लाइंस थाने में एफआईआर कराई थी। उसके बाद भी बाबुओं ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया।
नवनियुक्त शिक्षकों के दस्तावेज जांच के निर्देश
इलाहाबाद। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर नवनियुक्त शिक्षकों के दस्तावेज की जांच और सत्यापन करवाने के निर्देश दिए हैं। सचिव ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जिस किसी के दस्तावेज फर्जी मिले हैं उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए। सचिव ने 15 जून को भी कार्रवाई के निर्देश दिए