प्रतापगढ़ : लंबे संघर्ष के बाद भी मिली निराशा, जारी किए गए शासनादेश से दो सौ विद्यालय हुए बाहर' दिया जा रहा मानदेय भी ऊंट के मुंह जीरा की तरह, शिक्षक संघ की मंडल कार्यकारिणी गठित
प्रतापगढ़ : हादीहाल में आयोजित जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अधिवेशन में इलाहाबाद मंडल की कार्यकारिणी गठित की गई। इसमें नजर मोहम्मद निर्विरोध अध्यक्ष व दिलीप सिंह महामंत्री निर्वाचित हुए।
गुरुवार को वाराणसी मंडल अध्यक्ष सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी, महामंत्री आनंद कुमार सिंह और ¨वध्याचल मंडल अध्यक्ष नियाजउल्ला की देखरेख में सभी पदाधिकारी निर्विरोध निर्वाचित हुए। अध्यक्ष, महामंत्री के अलावा नेहाल अहमद, कुतुबुद्दीन खां, चंद्रभूषण सिंह, कमर सुल्ताना, सुधा सिंह, लीला देवी व फिरदौस जैदी उपाध्यक्ष, शिवशक्ति त्रिवेदी मंत्री, सम्मन देवी कोषाध्यक्ष, निर्भय गिरि, अरुण सरोज, मुर्तजा हुसैन, पीयूष पांडेय, कमलेश त्रिपाठी, नीलिमा श्रीवास्तव व राधेश्याम सुमन संयुक्त मंत्री, वीरेंद्र पटेल आय-व्यय निरीक्षक, खुर्शीद अली लेखाकार, विनोद श्रीवास्तव प्रचार मंत्री चुने गए।
इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रांतीय उपाध्यक्ष बाबूराम सिंह, सोनभद्र अध्यक्ष रविभूषण सिंह, प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष शाह आलम, कौशांबी अध्यक्ष अजय पांडेय, इलाहाबाद अध्यक्ष विनोद पांडेय, फतेहपुर अध्यक्ष रमेश कुमार, राजेश सरोज, वेशाल अहमद आदि मौजूद रहे।
प्रतापगढ़ : हादीहाल में आयोजित जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अधिवेशन में इलाहाबाद मंडल की कार्यकारिणी गठित की गई। इसमें नजर मोहम्मद निर्विरोध अध्यक्ष व दिलीप सिंह महामंत्री निर्वाचित हुए।1गुरुवार को वाराणसी मंडल अध्यक्ष सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी, महामंत्री आनंद कुमार सिंह और ¨वध्याचल मंडल अध्यक्ष नियाजउल्ला की देखरेख में सभी पदाधिकारी निर्विरोध निर्वाचित हुए। अध्यक्ष, महामंत्री के अलावा नेहाल अहमद, कुतुबुद्दीन खां, चंद्रभूषण सिंह, कमर सुल्ताना, सुधा सिंह, लीला देवी व फिरदौस जैदी उपाध्यक्ष, शिवशक्ति त्रिवेदी मंत्री, सम्मन देवी कोषाध्यक्ष, निर्भय गिरि, अरुण सरोज, मुर्तजा हुसैन, पीयूष पांडेय, कमलेश त्रिपाठी, नीलिमा श्रीवास्तव व राधेश्याम सुमन संयुक्त मंत्री, वीरेंद्र पटेल आय-व्यय निरीक्षक, खुर्शीद अली लेखाकार, विनोद श्रीवास्तव प्रचार मंत्री चुने गए।
इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रांतीय उपाध्यक्ष बाबूराम सिंह, सोनभद्र अध्यक्ष रविभूषण सिंह, प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष शाह आलम, कौशांबी अध्यक्ष अजय पांडेय, इलाहाबाद अध्यक्ष विनोद पांडेय, फतेहपुर अध्यक्ष रमेश कुमार, राजेश सरोज, वेशाल अहमद आदि मौजूद रहे।पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के मण्डलीय निर्वाचन में नवनिर्वाचित पदाधिकारी।
प्रतापगढ़ : दो दशक के लंबे संघर्ष के बाद भी वित्तविहीन कालेजों के शिक्षकों को निराशा मिली है। पहले तो जारी शासनादेश से लगभग दो सौ से अधिक विद्यालय मानदेय की सूची से बाहर हो गए हैं। जो मानदेय दिया भी जा रहा है, वह ऊंट के मुंह जीरा के समान है।1जिले में लगभग 612 हाईस्कूल व इंटर कालेज संचालित हैं। इसमें 37 राजकीय इंटर कालेज और 78 वित्त पोषित कालेज हैं। वित्तविहीन कालेजों की संख्या 497 है। इन कालेजों में लगभग आठ हजार शिक्षक तैनात हैं। प्रबंधतंत्र द्वारा संचालित इन स्कूलों में शिक्षक अल्प वेतन में काम कर रहे हैं। ऐसे में मानदेय देने की मांग को लेकर वित्तविहीन कालेजों के शिक्षकों के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ करीब दो दशक से आंदोलनरत था। जिला मुख्यालय से लेकर लखनऊ तक कई बार धरना-प्रदर्शन और विधानसभा का घेराव भी किया गया, लेकिन प्रदेश सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की।
लंबे संघर्ष के बाद अखिलेश सरकार ने वित्तविहीन कालेजों के शिक्षकों की मांग मानी और बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान भी कर दिया गया। इसके बाद छह महीने तक शासनादेश नहीं जारी हो सका। इससे शिक्षकों में ऊहापोह की स्थिति रही। शासनादेश आया तो लगभग 50 प्रतिशत शिक्षक औंधे मुंह गिर गए। क्योंकि सरकार ने उन्हीं कालेजों के शिक्षकों को मानदेय देने का शासनादेश जारी किया गया है, जो वर्ष 2012 की यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल रहे हों। यानी 497 स्कूलों में से दो सौ से अधिक कालेजों के शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलेगा। जिन कालेजों के शिक्षकों को मानदेय मिलेगा, वह भी नहीं के बराबर है। प्रधानाचार्य को 13090 रुपये वार्षिक, प्रवक्ता को 10890 रुपये व सहायक अध्यापक को 9790 रुपये वार्षिक मानदेय मिलेगा। देखा जाए तो शिक्षकों को 800 से 900 रुपये महीना मानदेय मिलेगा। यह जानने के बाद शिक्षक निराश हो गए हैं।मानदेय सितंबर, मार्च में दो किश्तों में छह-छह महीने का शिक्षकों का खाते में भेजा जाएगा। स्कूल प्रशासन द्वारा शिक्षकों की सूची न दिए जाने से मानदेय भेजने में विलंब हो रहा है।