गोण्डा : बीएसए दफ्तर व डीएम आवास घेरा, गैर जनपद से ट्रांसफर होकर आए शिक्षकों के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया।
संसू, गोंडा: गैर जनपद से ट्रांसफर होकर आए शिक्षकों के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया। एक बार काउंसिलिंग के बाद दोबारा फिर से वही प्रक्रिया शिक्षकों को अखर गई। बीएसए दफ्तर में हंगामा किया बल्कि डीएम आवास का भी घेराव किया। डीएम के हस्तक्षेप के बाद दोबारा विकल्प लेने की बात पर सहमति बनी।
शासन के निर्देश पर अगस्त से जिले में अंतरजनपदीय शिक्षकों की आमद शुरू हुई। नौ सितंबर को यहां 180 अध्यापकों ने जॉइन कर लिया लेकिन उन्हें विद्यालयों में तैनाती नहीं दी गई। तत्कालीन बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने 19 सितंबर को सभी शिक्षकों की काउंसिलिंग कराई। शिक्षकों को स्कूलों में तैनाती मिलती, उससे पहले ही उनका स्थानांतरण हो गया। नवागत बीएसए अजय कुमार सिंह ने पूर्व में कराई गई काउंसिलिंग को मानने से इनकार कर दिया और शिक्षकों को टहलाते रहे।
गुरुवार को दुबारा काउंसिलिंग की तारीख निश्चित की गई। लेकिन मुख्य सचिव के आगमन की वजह से डेट को एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया। शुक्रवार को जब शिक्षक बीएसए ऑफिस पहुंचे तो वहां उन्हें संख्या के सापेक्ष केवल 170 स्कूलों का विकल्प दिया गया। इस पर शिक्षकों ने बीएसए से आपत्ति दर्ज कराते हुए पूर्व में दिए गए सभी विद्यालयों को काउंसिलिंग में शामिल कराने की मांग की। लेकिन बीएसए ने मना कर दिया। जिस पर शिक्षक आक्रोशित होकर काउंसिलिंग का बहिष्कार करते हुए कार्यालय पर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। आक्रोश को देखते हुए बीएसए ऑफिस से चले गए। जिस पर सभी अध्यापक डीएम आवास पर आ गए और नारेबाजी की। सीआरओ ने आकर उनसे मांगपत्र ले लिया और मामले के निस्तारण का आश्वासन दिया।
नियम के मुताबिक करा रहा था काउंसिलिंग
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने कहा कि अंतरजनपदीय शिक्षकों की काउंसिलिंग नियम के मुताबिक कराई जा रही है। इसमें बंद व एकल स्कूलों में तैनाती दिया जाना है। लेकिन शिक्षक मनमाफिक विद्यालय चाह रहे हैं। किसी भी हाल में संभव नहीं है।