इलाहाबाद : कारनामा, यूपी बोर्ड के बाबुओं ने मूल रिकार्ड ही बदल डाले
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड के बाबुओं ने शिक्षक की नौकरी दिलवाने के नाम पर कई परीक्षार्थियों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मूल रिकार्ड बदल डाले। बाबुओं की इस करतूत से यूपी बोर्ड की साख दांव पर लग गई है और बोर्ड के पास सुरक्षित रखे करोड़ों परीक्षार्थियों के रिकार्ड बदले जाने का खतरा पैदा हो गया है।कार्रवाई की सिफारिश: यूपी बोर्ड की गोपनीय जांच में स्कूल और इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय के अभिलेख अनुभाग के कर्मचारियों से सांठगांठ कर फर्जीवाड़े किए जाने की बात साबित हो चुकी है। बोर्ड के अफसरों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा से कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।
दिए मनमानी नंबर: अभिलेख अनुभाग के बाबुओं ने टैबुलेशन रिकार्ड या टीआर (बोर्ड के पास सुरक्षित 10वीं-12वीं के मूल दस्तावेज) व स्कूलों से सांठगांठ कर स्कूलों में रखे मूल रिकार्ड को बदल दिया और परीक्षार्थियों को मनमाने नंबर दे दिए ताकि राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड भर्ती में चयन हो सके।
ऐसे हुआ खुलासा: इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा एक सहायक अध्यापक के रिकार्ड के सत्यापन के दौरान हुआ। 1999 में हाईस्कूल पास (रोल नंबर 1037190) विनोद कुमार यादव का शिक्षक भर्ती में चयन होने के बाद बीएसए इलाहाबाद ने वर्ष 2016 की शुरुआत में क्षेत्रीय कार्यालय से सत्यापन रिपोर्ट मांगी थी। कई बार चक्कर लगाने के बाद भी जब सत्यापन रिपोर्ट नहीं गई तो विनोद ने इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव प्रमोद कुमार से शिकायत कर दी।
मूल टीआर व बदले कागज में मिला अंतर: अपर सचिव ने रिकार्ड मंगवाकर देखा तो मूल टीआर के कागज और बदले हुए कागज में बहुत अंतर मिला। शक होने पर मामले कर जांच कराई तो पता चला कि बीडी यादव महर्षि कृष्ण इंटर कॉलेज हंडिया, सार्वजनिक इंटर कॉलेज दसेर भूपतपुर, सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज लोकमनपुर, रामप्यारी देवी इंटर कॉलेज बेलावारी व सेठ गंगाराम जायसवाल इंटर कॉलेज के रिकार्ड और बोर्ड के रिकार्ड बदले गए हैं।
कई स्कूलों के रिकार्ड बदले: जांच समिति की रिपोर्ट के अनुसार हाईस्कूल 1999 के तीन टीआर और इंटर 2001 के तीन टीआर में पांच स्कूलों के रिकार्ड बोर्ड के बाबुओं ने बदले हैं। इसमें हाईस्कूल के 73 व इंटर के 76 छात्र के नंबर बदलकर उन्हें लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई। इनमें से पांच छात्र ऐसे हैं जिनका चयन फर्जी दस्तावेज के आधार एलटी ग्रेड भर्ती में हो चुका है। संयुक्त शिक्षा निदेशक इलाहाबाद ने यूपी बोर्ड से सत्यापन रिपोर्ट मांगी तो इन छात्रों ने बोर्ड के बाबुओं और स्कूल से सांठगांठ कर दोनों जगह रिपोर्ट बदलवा दी ताकि नौकरी हथिया सकें। इसी फर्जीवाड़े में सही छात्र विनोद यादव समेत कई अन्य परीक्षार्थियों के रिकार्ड भी बदल दिए गए।