इलाहाबाद : अंतर जनपदीय शिक्षकों की काउंसिलिंग निरस्त, नई वरिष्ठता सूची तैयार कर 28 व 29 को शिक्षकों को बुलाया जाएगा
इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददाता। अंतर जनपदीय तबादले से आए शिक्षकों की तैनाती के लिए आयोजित काउंसिलिंग वरिष्ठता में विवाद के कारण निरस्त कर दी गई। ट्रांसफर से आए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के कुल 332 शिक्षकों की वरिष्ठता सूची नए सिरे से तैयार करने के बाद 28 व 29 नवंबर को काउंसिलिंग कराकर स्कूलों का विकल्प लिया जाएगा।
सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय मम्फोर्डगंज में सोमवार को पहले दिन तो काउंसिलिंग शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। लेकिन मंगलवार को जब विकल्प लेना शुरू किया तो कुछ शिक्षकों ने बवाल कर दिया। उनका कहना है कि जिस जिले से ट्रांसफर होकर वहां उनकी मौलिक नियुक्ति के आधार पर वरिष्ठता सूची बनाई जाए और उसके आधार पर तैनाती दें।
कुछ शिक्षक सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पहुंच गए, जहां उप सचिव स्कंद शुक्ल से मुलाकात कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी। कुछ शिक्षक सीडीओ आन्द्रा वामसी से भी मिलने पहुंचे। सीडीओ ने बीएसए हरिकेश यादव से वार्ता की और शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि नियम-कानून के दायरे में ही तैनाती होगी।
क्या है विवाद
पूर्व बीएसए जयकरन यादव ने एक रजिस्टर तैयार किया था जिसमें अंतर जनपदीय तबादले से आ रहे शिक्षकों को तिथिवार ज्वाईन कराया गया। इसी ज्वाइनिंग के आधार पर वरिष्ठता तय करते हुए तैनाती की जा रही थी। लेकिन कुछ शिक्षकों का कहना है कि तैनाती के लिए उनकी मौलिक नियुक्ति तिथि के आधार पर वरिष्ठता सूची बनाई जाए। इन शिक्षकों का तर्क है कि यदि गाजियाबाद और कौशाम्बी के शिक्षक एक ही दिन में अपने-अपने जिले से रिलीव होकर इलाहाबाद ज्वाइन करने आते हैं तो यहां आने में समय लग जाएगा और गाजियाबाद वाला जूनियर हो जाएगा। क्या इस आधार पर उनकी वरिष्ठता प्रभावित होनी चाहिए। इसी विवाद के कारण 21 व 22 की काउंसिलिंग निरस्त कर दी गई है।
इनका कहना है
21 व 22 की काउंसिलिंग निरस्त कर दी गई है। नई वरिष्ठता सूची तैयार कर 28 व 29 को शिक्षकों को बुलाया जाएगा। कौशाम्बी में 2005 व 2010 में नियुक्त दो शिक्षक आए हैं। 2010 वाला शिक्षक पहले आ गया तो क्या 2005 में नियुक्त टीचर उससे जूनियर हो जाएगा।
-हरिकेश यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी