महराजगंज : स्कूलों से डेंगू के रोकथाम की पहल, कमिश्नर के फरमान पर हरकत में आए अफसर, प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों को दिए जा रहे स्वच्छता के टिप्स
🌕 जाने कैसे फैलता है डेंगू
1- डेंगू के सबसे ज्यादा मामले बरसात के मौसम में देखने में आते हैं। लेकिन अब तो किसी भी मौसम में यह बीमारी पकड़ ले रही है।
2- डेंगू फैलाने वाले मच्छर दिन में काटते हैं।
3- डेंगू मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं, जैसे कूलर के पानी में रुके हुए नालों में और आसपास के नालियों में।
नीरज श्रीवास्तव, महाराजगंज । पूर्वांचल में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ने को लेकर प्रशासन अलर्ट है। हर तरफ से इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाया जा रहा हैं। अब स्कूलों में भी जागरूकता के जरिए डेंगू के रोकथाम की पहल की गई है। ताकि यह संदेश जन-जन तक पहुंच सके। इसके लिए प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक प्रार्थना सभा के समय बच्चों में इसके बचाव की जानकारी देते हुए स्वच्छता की अलख जगाएंगे। जिले में कमिश्नर का फरमान जारी होते ही खंड शिक्षा अधिकारी इस व्यवस्था के क्रियान्वयन के लिए हरकत में आ गए हैं।
गर्मी सर्दी या बरसात का मौसम मच्छर तो जान की आफत है। मादा एंडिज इजिप्टी मच्छर मरीज को डेंगू से पीड़ित करता है। जब मच्छर किसी को काटता है, तो डेंगू फैलाने वाला वायरस मच्छर की लार के साथ शरीर में प्रवेश करता है। यूं तो यहां तराई के इस जनपद महराजगंज में एक माह में एक एक करके 14 मरीजों की पुष्टि हुई है। ऐसे हालात में इसके रोकथाम के लिए सबसे पहले लोगों को जागरूक करने का कार्य शिक्षा विभाग द्वारा तेज कर दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जय प्रताप सिंह ने कहा कि समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान ही बच्चों को डेंगू से बचाव के प्रति प्रधानाचार्यों व सहायक अध्यापकों के माध्यम जानकारी दें। जिससे बच्चे स्वच्छता के प्रति जागरूक हों, और इस गंभीर बीमारी के पनपे से पहले ही नियंत्रण पाया जा सके।
🔴 पहचान और लक्षण
1- डेगू के लक्षण 3 से 14 दिन के बाद दिखते हैं। 2- तेज ठंड लगकर बुखार आता है। 3- सिर और आंख में दर्द होता है। 4- शरीर और जोड़ में दर्द होता है। 5- भूख कम लगती है। 6- जी मचलाना, उल्टी दस्त आने लगते हैं। 7- चमड़ी के नीचे लाल धब्बे आने शुरू हो जाते हैं। 8- गंभीर स्थिति में नाक से खून आता है।
🔵 बचाव के तरीके
1- घर के अंदर और आस पास पानी जमा न होने दें। 2- नीम की पत्तियों का धुंआ घर में फैलाएं। 3- पानी के बर्तन को खुला ना रखें। 4- कूलर का पानी सुबह शाम बदलते रहें। 5- खिड़कियों और दरवाजे में जाली लगवाएं। 6- शरीर पर मच्छर को दूर रखने वाली क्रीम लगाएं। 7- शरीर पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहने। 8- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। 9- घर के आस पास मच्छर मारने वाली दवा का प्रयोग करें।