कानपुर : सीबीएसई में अब परीक्षा केन्द्र की पहचान जीआईएस से होगी
कानपुर । काउंसिल फॉर दि इण्डियन स्कूल सर्टिफिकेट (सीआईएससीई) की तरह अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्ड्री एजूकेशन (सीबीएसई) की बोर्ड परीक्षाओं में भी डिजिटल तकनीक को बढ़ावा दिया जाएगा। परीक्षा केन्द्र अब तक दिए गए निर्देशों के आधार पर जनपद स्तर पर बनाए जाते थे लेकिन इस बार केन्द्रीय स्तर पर बनाए जाने की तैयारी है। बच्चों को अपने सेंटर के बारे में पूरी जानकारी और उसकी लोकेशन घर बैठे ही मिल जाएगी। इसे ग्लोबल इन्फार्मेशन सिस्टम (जीआईएस) से जोड़ा जाएगा।
सीआईएससीई ने कॉपियों पर छात्र-छात्रा के फोटो और मूल्यांकन में डिजिटल पेन का इस्तेमाल किया था। इससे परीक्षाओं के बाद बोर्ड 10 दिन पहले रिजल्ट देने में सफल रहा था। डिजिटल पेन की तकनीक को पहली बार बोर्ड ने इस्तेमाल की थी। वर्ष 2017 में अब सीबीएसई परीक्षा की व्यवस्थाओं में डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करेगा।
30 तक स्कूलों से मांगा विवरण : सीबीएसई से संबद्ध स्कूल अपना विवरण देने में सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। अन्तिम तिथि बीतने के बाद 30 नवंबर तक का समय दिया गया लेकिन अभी भी 50 फीसदी विद्यालयों ने ही अपना ब्योरा दिया है। नगर की स्थिति और भी खराब है। यहां 104 संबद्ध विद्यालय हैं लेकिन अभी तक 40 फीसदी ने ही अपना विवरण भेजा है। इसमें शिक्षकों का पूरा विवरण भी देना पड़ रहा है।
परीक्षा केन्द्र बनाने में होगा उपयोग : सीबीएसई के परीक्षा केन्द्र स्वच्छ छवि के बनें इसके लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्लोबल इन्फार्मेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर छात्र को अपने सेंटर के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी। सेंटर के बारे में अन्य विवरण भी छात्र को मिल सकेगा। बोर्ड के पास स्कूलों की संख्या अधिक होने के कारण इनकी मॉनीटरिंग के लिए नया डिजिटल सिस्टम बनाया जा रहा है।
फीडबैक भी लेता है बोर्ड : सीबीएसई शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों से ऑनलाइन फीडबैक लेने लगा है। ई-बुक्स के माध्यम से छात्रों को किताबें मिलने लगी हैं। इसी तरह परीक्षा के लिए भी अलग पोर्टल पहले ही तैयार किया जा चुका है। स्थानीय कोआर्डिनेटर सरदार बलविन्दर सिंह का कहना है कि डिजिटल तकनीक से अब बोर्ड और स्कूलों के बीच संपर्क आसान हो गया है।