गाजीपुर : लापरवाही में दस शिक्षकों पर गिरी गाज, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार यादव ने गुरुवार को समय से पहले विद्यालय बंद रहने और देर से खुलने पर की कारवाई
गाजीपुर । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार यादव ने गुरुवार को समय से पहले विद्यालय बंद रहने और देर से खुलने पर मुहम्मदाबाद, सदर और नगर क्षेत्र के चार विद्यालयों के दस हेडमास्टर समेत दस अध्यापकों कार्रवाई की है। इन शिक्षकों का वेतन वृद्धि रोक दी गई। इसके साथ ही इन अध्यापकों को चेतावनी दी गई है कि अगर इस तरह की लापरवाही होती रही तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बीएसए ने मुहम्मदाबाद ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गौसपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान दोपहर पौने तीन बजे ही विद्यालय को बंद करके पांचों अध्यापक गायब मिले। इसे घोर लापरवाही मानते हुए बीएसए ने पांचों शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए एक वेतन वृद्धि रोक दी है। बीएसए की इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।
इसी क्रम में डिप्टी बीएसए सीताराम ओझा ने प्राथमिक विद्यालय मारटीनगंज का निरीक्षण सुबह सवा नौ बजे किया। इस दौरान विद्यालय बंद पाया गया। यहां के क्षेत्रीय लोगों से बात करने पर बताया गया कि यह विद्यालय अक्सर विलंब से खुलता है। जिससे छात्रों का भविष्य दांव पर लटका हुआ है।
उन्होंने इसकी रिपोर्ट बीएसए को दी। जिस पर बीएसए ने वहां पर कार्यरत रशीदा बानो सहित दो अध्यापकों की वेतन वृद्धि रोक दी। इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय उर्दू बाजार के निरीक्षण में डिप्टी बीएसए को साढ़े नौ बजे विद्यालय बंद मिला।
इसकी रिपोर्ट बीएसए को मिली तो उन्होंने सहायक अध्यापक बिन्दु सिंह, संतोष कुमारी का एक दिन का वेतन रोक दिया। कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय नवाबगंज का निरीक्षण करते समय हेडमास्टर मलका बेगम सहित दो अध्यापक अनुपस्थित रहे। बीएसए ने शिक्षकों को चेतावनी दी है कि अगर इसी तरह से लापरवाही होती रही तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।