लखनऊ : 15 तक देनी होगी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की रिपोर्ट, उप शिक्षा निदेशक भगवती सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को दिए निर्देश
लखनऊ। ग्रीन स्कूल-क्लीन स्कूल योजना के तहत चयनित राजकीय इंटर कॉलेजों को ‘स्मार्ट’ बनाने के लिए सभी कार्यों को समय से पूरा करना होगा। साथ ही इसकी रिपोर्ट और फोटोग्राफ 15 दिसंबर तक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय एवं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की वेबसाइट uprmsa.in/ पर अपलोड करनी होगी। इस संबंध में उप शिक्षा निदेशक (शिविर) भगवती सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश भेज दिए हैं।
उन्होंने साफ कहा है कि कार्य में किसी भी तरह की शिथिलता न बरती जाए और धनराशि का नियमानुसार उपभोग सुनिश्चित किया जाए। अधोमानक कार्य अथवा धनराशि कालातीत होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक एवं संयुक्त शिक्षा निदेशक का उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी।राज्य सरकार ने क्लीन स्कूल-ग्रीन स्कूल योजना के अंतर्गत वर्ष 2015-16 एवं 2016-17 के लिए प्रदेश के 200 राजकीय इंटर कॉलेजों को स्मार्ट बनाने के लिए चयनित किया है। इनमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पर्यावरण के प्रति जागरुक कर स्वच्छता की ओर प्रेरित करने के लिए विद्यालयों को स्मार्ट क्लासेस सहित कई सुविधाओं से लैस किया जाना है। प्रत्येक विद्यालय के लिए 50-50 लाख रुपए का बजट भी जारी कर दिया गया है।
क्लीन स्कूल-ग्रीन स्कूल योजना के तहत जनपदवार की गई समीक्षा में बैठक के दौरान विभागीय मंत्री ने कार्य असंतोषजनक होने पर नाराजगी जताई थी। कहा गया कि अधिकांश जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस योजना की पूरी जानकारी तक नहीं है। बैठक में निर्देश दिए गए कि प्रत्येक स्कूल को 50-50 लाख रुपए का बजट दिया गया है, इसलिए इससे छात्र-छात्राओं के लिए फर्नीचर, स्वच्छ पीने का पानी, कमरों की सफाई, बिजली, सोलर सिस्टम आदि की व्यवस्था कराई जाए। यह काम एक महीने में पूरा कर लिया जाए।राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रंृगार नगर, राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज, राजकीय इंटर कॉलेज हुसैनाबाद, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शाहमीना रोड, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोमती नगर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज माल।