बरेली : बीएसए ने कराया इंतज़ार तो भड़के शिक्षक नेता, शिक्षकों ने 30 दिसम्बर तक ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी करने की मांग की
बरेली, वरिष्ठ संवाददाता | संयुक्त सक्रिय शिक्षक/शिक्षामित्र समिति से जुड़े शिक्षक नेता सोमवार को बीएसए से मुलाकात करने पहुंचे। बीएसए ने आधा घंटे इंतजार कराया तो नेताओं का पारा चढ़ गया। उन्होंने बीएसए से इस बात का विरोध भी जताया।
शिक्षक नेता दुष्यंत चौहान, हरेंद्र रानू, खड़ग सिंह, सोमेंद्र गुर्जर आदि साढ़े तीन बजे बीएसए चंदना यादव से मिलने पहुंचे। बीएसए ने आधा घंटे बाद उन्हें अंदर बुलाया। इस पर नेता भड़क गए। नेताओं ने कहा कि जब हम टाइम लेकर मिलने आये थे तो इंतजार का क्या मतलब। अगर बीएसए मिलना नहीं चाहती हैं तो पहले ही मना कर दें। इस पर बीएसए ने कहा कि वो कुछ जरूरी काम निपटा रही थीं। आगे से संघों से मुलाकात के लिए शुक्रवार का दिन तय कर दूंगी। मामला शांत होने के बाद शिक्षकों ने 30 दिसम्बर तक ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी करने की मांग की। बीएसए ने बताया कि बुधवार को डीएम के यहां से फाइल आने की उम्मीद है। उसके बाद प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
बीएसए ने सपा नेता को किया बाहर
बरेली। समाजवादी पार्टी के एक नेता जी सोमवार को बीएसए चंदना यादव के यहां एक शिक्षक के ट्रांसफर की सिफारिश लेकर पहुंचे। बीएसए ने उन्हें समझाया कि ट्रांसफर के संबंध में फाइल डीएम के यहां गई हुई है। मगर नेता जी सपा मुखिया के परिवार के सदस्य से बात करने को कहने लगे। मना करने के बाद भी वो नहीं माने तो बीएसए ने सख्ती से बाहर जाने को कह दिया। उसके बाद भी नेता जी ने मोबाइल पर बात करवा कर ही दम ली। घटना की दिन भर बीएसए ऑफिस में चर्चा होती रही