लखनऊ : शिक्षक की मौत से कांग्रेस खफा, शिक्षक की मौत को लेकर विपक्ष हमलावर, शिक्षक की मौत पर कार्य बहिष्कार कर जताया आक्रोश
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : राजधानी में अपने हक की मांग कर रहे शिक्षकों पर पुलिसिया लाठी चार्ज से एक की मौत और कई घायल होने से कांग्रेस खफा है। कांग्रेस ने सरकार की आलोचना करते हुए लाठीचार्ज की निंदा की है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने सरकार से मांग की है कि मृत शिक्षक के परिवार को 20 लाख एवं घायल शिक्षकों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
गुरुवार को द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि लोकतंत्र में अ¨हसक तरीके से धरना-प्रदर्शन एवं सभा के जरिये सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना प्रत्येक संगठन एवं नागरिक का संवैधानिक हक है, किंतु प्रदेश सरकार अपनी असफलता छिपाने के लिए जिस तरह पुलिस बल के जरिये लोगों को आतंकित करने का काम कर रही है वह शर्मनाक ही नहीं, निंदनीय भी है। त्रिपाठी ने कहा कि लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर जिस तरह पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया गया, वह प्रदेश सरकार की विफलता और तानाशाही को उजागर करता है।
जासं, लखनऊ : ऑल टीचर्स/ इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के आह्वान पर गुरुवार को शिक्षण संस्थानों व कार्यालयों में कार्य बहिष्कार कर मृतक शिक्षक डॉ. रामाशीष सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। शिक्षकों व कर्मचारियों ने काला दिवस मनाते हुए अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन से मुलाकात की। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि वह मृतक शिक्षक के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद सरकार से उपलब्ध कराएंगे और जल्द सीएम अखिलेश यादव से पीड़ित परिवार की मुलाकात भी करवाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के आंदोलन के दौरान हमारे साथी डॉ. रामाशीष सिंह की पुलिस ने बर्बर हत्या की है। हम अपने साथी की शहादत को बर्बाद नहीं होने देंगे और यह आंदोलन अब तेजी पकड़ेगा। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को शिक्षक विधायकों की एक आपात बैठक बुलाई गई और इसमें मृतक शिक्षक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने और उचित मुआवजा देने की मांग की गई।
राब्यू, लखनऊ : राजधानी में अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर पुलिस की लाठीचार्ज सरकार के गले की फांस बन गयी है। एक शिक्षक की मौत के बाद विपक्ष ने चौतरफा सरकार की घेरेबंदी शुरू कर दी है। भाजपा और कांग्रेस ने इसे सरकार की तानाशाही बताते हुए मृत शिक्षक के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने शिक्षक की मौत पर गहरा शोक प्रकट करते हुए सपा सरकार पर करारा प्रहार किया है और कहा कि ऐसी तानाशाही सरकार को एक क्षण भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। केशव ने शिक्षक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा और घायल शिक्षकों को पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता की मांग की है। उन्होंने प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।