कानपुर : बीएड-ग्रेजुएट दे रहे नाला सफाई का ऑनस्पॉट एग्जाम
कानपुर। सफाई कर्मचारियों की भर्ती के पहले दिन सोमवार को बीएड और ग्रेजुएट पास अभ्यर्थियों ने नाला सफाई का ऑन स्पॉट एग्जाम दिया। कानपुर नगर निगम में सफाई कर्मचारी की नौकरी के लिए आवेदन करने वाले नौजवानों को शहर के गंदे नाले के पास ले जाया गया और हाथ में कुदाल और फावड़ा देकर नाला साफ करने को कहा गया। महिला अभ्यर्थियों से सड़कें चमकवाई गईं। पहले दिन कुल 18000 अभ्यर्थियों ने प्रैक्टिकल दिया। पास होने वालों का देर शाम तक इंटरव्यू होगा इसके बाद सफल अभ्यर्थियों की सूची चस्पा होगी।
3,275 की भार्ति के लिए आए 3.25 लाख आवेदन
कानपुर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 3275 संविदा सफाई कर्मियों की भर्ती होनी है। इसके लिए 3.25 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं। पहले चरण में 18000 अभ्यर्थियों को साफाई की परीक्षा देने के साथ ही साक्षात्कार की प्रक्रिया से गुजरना होगा। यह प्रक्रिया दस दिन तक चलेगी। सोमवार को नगर निगम ने 6 जोनों में परीक्षा के लिए पहले दिन 1800 अभ्यर्थी बुलाए हैं। हर जोन में 300-300 अभ्यर्थी सफाई का टेस्ट दे रहे हैं। टेस्ट के बाद अभ्यर्थी बोर्ड के सामने प्रस्तुत होंगे। वहां उनसे सवाल पूछे जाएंगे और प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी होगा। सवाल किसी कोर्स के नहीं बल्कि सफाई को लेकर उनकी समझ का पता लगाने के लिए होंगे। मसलन यह पूछा जाएगा कि आपको अगर किसी मुहल्ले में अचानक झाड़ू लगाने या नाला साफ करने के लिए भेजा जाता है तो आप तैयार रहेंगे या नहीं।
बड़े नालों में नहीं उतारे जाएंगे अभ्यर्थी
मुरादाबाद की घटना के बाद नगर आयुक्त ने यह निर्णय लिया है कि अभ्यर्थियों को बड़े नालों में नहीं उतारा जाएगा। पहले बड़े नालों में उतारने का निर्णय लिया गया था और नाले तक चिह्नित किए गए थे मगर अब छोटी नालियों की सफाई ही इनसे कराई जाएगी। पुरुष व महिलाओं के टेस्ट अलग-अलग होंगे। जोन कार्यालयों के बगल की नाली पुरुष अभ्यर्थियों को साफ करनी होगी जबकि महिला अभ्यर्थियों को झाड़ू लगाकर खुद को साबित करना होगा। इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि निर्देश मिलते ही कौन-कौन झाड़ू और फावड़ा उठाने को तत्पर रहता है और कौन हिचकिचाता है। जो लोग अनमने ढंग से सफाई के लिए आगे बढ़ेंगे उन्हें फेल किया जा सकता है।
बोर्ड ही आखिरी पड़ाव नहीं होगा
हर जोन के हिसाब से छह बोर्ड का गठन साक्षात्कार के लिए किया गया है। हर बोर्ड में तीन सदस्य रखे गए हैं। हालांकि यह बोर्ड ही चयन का आखिरी पड़ाव नहीं होगा। बोर्ड के साक्षात्कार में पास होने वाले अभ्ययर्थियों की सूची हर जोन से मुख्य पैनल को भेजी जाएगी। इस पैनल में नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह, अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पंकज श्रीवास्तव व कार्मिक अधिकारी अतुल कृष्ण सिंह हैं जो अभ्यर्थियों का अंतिम इंटरव्यू लेंगे। इसके बाद चयन की अंतिम सूची शासन को अनुमोदन के लिए भेजी जाएगी। वहां से मुहर लगने के बाद ही भर्ती स्वीकृत होगी।
इंटर व बीए पास से पूछे जाएंगे सवाल
हाईस्कूल, इंटर व बीए पास अभ्यर्थियों को कई सवालों का सामना करना होगा क्योंकि जब तक बोर्ड यह तस्दीक नहीं कर लेगा कि ये भर्ती के बाद भी झाड़ू व फावड़ा चलाने से नहीं हिचकिचाएंगे, तब तक उनकी नियुक्ति की राह साफ नहीं होगी। खास तौर पर स्नातक अभ्यर्थियों से यह पूछा जा सकता है कि सफाई कार्य में आपकी पढ़ाई आड़े तो नहीं आएगी? हालांकि इस भर्ती के लिए किसी प्रकार की शैक्षिक अर्हता नहीं रखी गई है। हाईस्कूल पास अभ्यर्थियों की आयु का सत्यापन जरूर किया जाएगा।
चुनाव बाद ही कहलाएंगे कर्मचारी
भर्ती की यह प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम चार माह का वक्त लगेगा क्योंकि अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा होने के कारण हर माह 54000 से ज्यादा अभ्यर्थियों के साक्षात्कार संभव नहीं होंगे। यह भी तय है कि सारे अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लेने के बाद ही सूची फाइनल होगी। जाहिर है इस प्रक्रिया में आगामी विधान सभा चुनाव बीत जाएगा। अगली सरकार के कार्यकाल में ही चयनित लोग सफाई कर्मी कहलाएंगे। उन्हें वरीयता मिलेगी जो पहले से सफाई का कार्य कर रहे हैं। हालांकि नगर आयुक्त का कहना है कि बाद के चरणों में साक्षात्कार की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा।
मुरादाबाद के बाद चौकन्ना है कानपुर
नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि संविदा कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए साक्षात्कार की तैयारी पूरी कर ली गई है। साक्षात्कार के दौरान किसी तरह की स्वास्थ्य सेवा के लिए हर जोन में मेडिकल टीमें तैनात होंगी। जोन पांच में जागेश्वर अस्पताल है इसलिए वहां इसकी व्यवस्था होगी। नगर निगम मुख्यालय में नगर स्वास्थ्य अधिकारी की टीम मुस्तैद र