अमेठी : शिक्षकों ने भरी हुंकार, कहा जारी रहेगा संघर्ष, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा, बीएसए दफ्तर से कलेक्ट्रेट तक शिक्षकों ने किया पैदल मार्च
जागरण संवाददाता, अमेठी : साथी शिक्षक की मौत से दुखी शिक्षकों ने शुक्रवार को धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षक की शहादत को बेकार न जने देने की बात कही। शिक्षकों ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती अब तब तक संघर्ष जारी रहेगा। बीएसए दफ्तर से कलेक्ट्रेट तक शिक्षकों ने पैदल मार्च करते हुए पुलिस के अत्याचार के खिलाफ नारेबाजी भी की। 1 पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जुटे शिक्षकों ने चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए शहीद शिक्षकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा तथा परिवार के एक-एक व्यक्ति को नौकरी दिए जाने की मांग की। पुलिस बर्बरता से घायल शिक्षकों का मुफ्त इलाज व पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा तथा दोषी पुलिस कर्मियों पर हत्या का मुकदमा व सेवा से बर्खास्त किए जाने की भी मांग की। शिक्षकों ने कहा कि 2005 के पश्चात नियुक्त सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन से जब तक अच्छादित नहीं किया जाएगा उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अब्दुल रसीद, तिलोई प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष जय राम कनौजिया, रमाकांत मौर्या सहित तमाम लोग मौजूद रहे। वहीं विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। सचिन कुमार श्रीवास्तव, पंकज कुमार पांडे सहित कई शिक्षक मौजूद रहे। प्राथमिक शिक्षक संघ गौरीगंज ने भी शोक सभा का आयोजन ब्लाक अध्यक्ष चंद्रमोहन त्रिपाठी की अगुवाई में करते हुए साथी शिक्षक के लिए मुआवजे की मांग की। वहीं तिलोई में भी प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले साथी शिक्षक की सहादत पर प्रदर्शन हुआ। जिसमें धीरेंद्र सिंह बघेल, जिला संगठन मंत्री सुनील सिंह, यतींद्र मोहन वैश्य, अर्पणा शुक्ला, शैलेंद्र कुमार, शिखा मिश्र, शशि सिंह, राजीव गौतम, नीतू शुक्ला, रईश आलम, आशीष खंडेवाल व विवेक जायसवाल सहित तमाम शिक्षक मौजूद रहे।