रायबरेली : सृजित पदों का ब्योरा मांगे बिना ही हुए संशोधन, बेसिक शिक्षा विभाग में उड़ी मानकों की धज्जियां
जासं, रायबरेली : परिषदीय स्कूलों में कितने छात्र पंजीकृत है और कितने शिक्षक वहां शिक्षण कार्य कर रहे है। क्या स्कूलों में वास्तव में शिक्षकों की कमी थी। संशोधन के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों ने जो स्कूल मांगे है क्या वे शिक्षा का अधिकार अधिनियम को पूरा कर भी रहे थे या नहीं। विभाग ने शिक्षा का अधिकार के मानक पर ध्यान दिया और न ही सृजित पदों का ब्योरा मांगा। जिन शिक्षकों ने ‘मनचाहे स्कूल’ के लिए संशोधन का आवेदन किया साहब ने उनका संशोधन कर दिया और फोटो कॉपी देकर स्कूलों में ज्वाइन कर दिया।
बेसिक शिक्षा विभाग में बीते तीन माह के अंदर 16,488 भर्ती प्रक्रिया, अंतरजनपदीय स्थानांतरण और 193 शिक्षकों का प्रमोशन किया। लेकिन ये तीनों प्रक्रिया में घोर अनियमितिता बरती गई। जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों के संशोधन हुए। संशोधन उन ब्लॉकों में किए गए जिन ब्लॉकों को लॉक रखा गया है। संशोधन कराने वाले शिक्षकों को अभी तक वास्तविक आदेश भी नहीं मिला, लेकिन उन्हें फोटो कॉपी पर ज्वाइन कराया गया और उनका वेतन आहरित करवा दिया गया।