फिरोजाबाद : बीटीसी प्रशिक्षितों ने बीएसए दफ्तर में जड़ा ताला, हंगामा, गैर जनपदों से आए थे प्रदर्शनकारी, विधायक भी पहुंचे बीएसए दफ्तर
फिरोजाबाद। परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक के रिक्त पदों की संख्या पर भर्ती की मांग को लेकर बीटीसी प्रशिक्षितों ने सोमवार को बीएसए दफ्तर में ताला जड़ दिया। बीटीसी प्रशिक्षित ताला साथ लेकर आए थे। तालाबंदी से करीब सवा घंटे तक दफ्तर में मौजूद कर्मचारी बंधक बने रहे।
आंदोलनकारियों ने इस दौरान जमकर नारेबाजी की। ताला डालने को लेकर शिक्षाधिकारियों से तकरार भी हुई। वर्ष 2011, 2012, 2013 के शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके बीटीसी प्रशिक्षित स्कूलों में रिक्त पदों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। रिक्त पद बढ़ाने और इन पर नियुक्ति प्रक्रिया निकालने की मांग पूरी न होने से खफा दो दर्जन से अधिक बीटीसी प्रशिक्षित सोमवार को नोरबाजी करते हुए बीएसए दफ्तर पहुंचे। उस वक्त बीएसए एक मीटिंग के लिए निकल चुके थे।
हाथों में तख्ती लेकर चल रहे प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए बीएसए दफ्तर में ताला जड़ दिया। दफ्तर में तालाबंदी की सूचना मिलने के कुछ समय बाद ही डिप्टी बीएसए तjgण कुमार मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ताला खोलने को कहा तो प्रदर्शनकारियों ने अश्वासन के बगैर ताला खोलने से इंकार कर दिया। जिसे लेकर प्रदर्शनकारियों की डिप्टी बीएसए से तकरार हो गई। बीएसए की सूचना पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस कर्मियों के समझाने पर भी प्रदर्शनकारी ताला खोलने को तैयार नहीं हुए।
बीएसए डा सच्चिदानंद यादव कुछ समय बाद फिर से दफ्तर पहुंच गए। उसके पश्चात काफी देर तक चले वार्ता के दौर के बाद बीएसए ने रिक्त पदों की संख्या की पुन: समीक्षा करने की बात कही तो प्रदर्शनकारी ताला खोलने को तैयार हो गए। ताला खुलने पर कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
गैर जनपदों से आए थे प्रदर्शनकारी
फिरोजाबाद। प्रदर्शन करने वालों में लखनऊ, रायवरेली, बस्ती, देवरिया, इटावा, एटा, बहराइच के लोग शामिल थे। प्रदर्शनकारियों में नेहा, शबद, पल्लवी गुप्ता, प्र्रतीक गुप्ता, विजय, सिद्धार्थ, दिनेश, सुप्रिया, पूजा सक्सेना, अतेन्द्र सिंह, वीनेश, कौशल, दुर्गेश, आशुतोष, प्रियंका, संदीप, भावना, काजल, निधि, सुशील, नीलेश, दीप्ती, दिनेश सहित दो दर्जन से अधिक लोग शामिल थे।
तालाबंदी आंदोलन में कब क्या हुआ
फिरोजाबाद। सोमवार को सुबह दस बजे से ही बीटीसी प्रशिक्षित बीएसए कार्यालय पर एकत्र होना शुरू हो गए थे। पूर्वान्ह 11 बजे नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने दफ्तर में ताला जड़ दिया। आंदोलनकारी बीएसए पर गुमराह करने का आरोप लगा रहे थे। 11.05 बजे पुलिस मौके पर पहुंच गई। 11.15 बजे डिप्टी बीएसए मौके पर पहुंच गए। 11.37 बजे बीएसए पुन: दफ्तर पहुंच गए। दोपहर 12.12 बजे दफ्तर का ताला खुल सका। देरी से दफ्तर पहुंचे कुछ कर्मचारी कार्यालय के बाहर खड़े ताला खुलने का इंतजार करते रहे।
बीएसए बोले मुझे नहीं करनी यहां नौकरी
फिरोजाबाद। प्रदर्शकारियों के व्यवहार से खफा बीएसए ने कहा कि मुझे नहीं करनी इस जनपद में नौकरी। मैं अभी मुख्यमंत्री से बात करता हँू। तुम लोग मुझे कमजोर समझ रहे हो। तुम सब के लिए मैने सांप के बिल में भी हाथ डाला। बीएसए की बात सुनकर आंदोलनकारी सकते में आ गए।
विधायक भी पहुंचे बीएसए दफ्तर
फिरोजाबाद। नगर विधायक मनीष असीजा भी प्रदर्शनकारियों की सूचना पर बीएसए दफ्तर पहुचे। नगर विधायक ने बीटीसी प्रशिक्षितों के साथ बीएसए से वार्ता की। उन्होंने युवाओं के हित में सहयोग की बात कही। बीएसए नियमानुसार सहयोग का आश्वासन दिया।
हमारा उद्देश्य बच्चों को समझाना था। यदि कानूनी कार्यवाही करते तो इनका कैरियर बर्बाद हो सकता है। बच्चे किसी के बहकावे में आ गए होंगे। उन्हें ठीक प्रकार से पूरी जानकारी दी तो वह ताला खोलने को तैयार हो गए। उन्हें बताया है कि नियमानुसार रिक्त पदों का विवरण जुटाया है। यदि कुछ और पद रिक्त होंगे तो वह पुन: जानकारी करेंगे।
-डॉ. सच्चिदानंद यादव, बीएसए