महराजगंज : पेंशनर्स की समस्याओं को त्वरित करें निस्तारित, पेंशनर्स भवन कक्ष का विधायक ने किया उद्घाटन
जागरण संवाददाता, महराजगंज: शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पेंशनर्स दिवस पर गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रभारी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी रामनेवास ने कहा कि पेंशनर्स की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले अधिकारी, कर्मचारी के पेंशन-प्रपत्र तैयार कर समय से संबंधित कार्यालय, मंडलीय पेंशन कार्यालय को भेज दिया जाए, ताकि पेंशन का भुगतान समय से किया जा सके। उन्होंने मुख्य कोषाधिकारी को निर्देश दिया कि जिन विभाग के अधिकारियों द्वारा पेंशन-प्रपत्र अपलोड, अग्रसारण नहीं किया गया है, उनकी एक बैठक बुलाकर उसका समाधान किया जाए। मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चौबे ने कहा कि अब पेंशन प्रपत्र आनलाइन अपलोड करना है। इस संबंध में उन्होंने कहा कि 74 विभागों के 163 अधिकारी, कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं, उनका पेंशन-प्रपत्र अब तक आनलाइन अपलोड नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पेंशन-प्रपत्र सेवानिवृत्ति के एक माह पहले अपलोड होना चाहिए, जिसमें पेंशनर्स का मोबाइल नंबर आवश्यक है। पेंशन स्वीकृत की हर सूचनाएं उनके मोबाइल पर मैसेज के जरिये प्राप्त होता रहेगा। इसके लिए उन्हें इधर-उधर नहीं दौड़ना पड़ेगा।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए पेंशनर्स रामवृक्ष मिश्र, राधेश्याम चौबे, गनपत मौर्या, हरिराम चौबे, योगेंद्र सिंह, परमात्मा मणि, फूलचंद यादव ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अब पेंशन पहली तारीख को उनके खाते में आ जाती है, यह प्रसन्नता की बात है। इस अवसर पर विधायक फरेंदा विनोद मणि ने पेंशनरों की समस्या के निराकरण के लिए हर संभव सहयोग की बात कही।
साथ ही पेंशनर्स कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीनाथधर दुबे ने किया। गोष्ठी में अपर जिलाधिकारी आरपी कश्यप, उप जिलाधिकार सदर देवेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी, कोषागार के सतीशचंद दुबे, महेंद्र सिंह, रामा मिश्र, दिलीप श्रीवास्तव, सहायक कोषाधिकारी रमेश चंद पांडेय आदि उपस्थित रहे।
83 लाख रुपये घोटाले की रिकवरी का आदेश :
महराजगंज: पेंशनर्स दिवस पर प्रभारी जिलाधिकारी के समक्ष पेंशनर संगठनों ने शिक्षा विभाग से जुड़े 83 लाख रुपये के घोटाले तथा जीवित प्रमाण-पत्र का मुद्दा उठाया। पेंशनरों ने कहा कि इसके रिकवरी का आदेश हो गया है। लेकिन अभी तक रिकवरी नहीं कराई गई है। जिस पर प्रभारी डीएम ने संबंधित अधिकारी को दोनों प्रकरणों को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।कार्यक्रम को संबोधित करते सीडीओ।