डीएम का आदेश हवा, खुली रहीं शिक्षण संस्थाएं
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सरकारी शिक्षण संस्थाओं में आदेश का अनुपालन होता दिखा, वहीं शुक्रवार शहर मुख्यालय से लेकर गांवों में खुले मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाएं मनमानी करते दिख रहे हैं। बंदी के आदेश के बावजूद सुबह पहर से जिले में स्कूलों का संचालन होता पाया गया। निजी स्कूलों के संचालन को लेकर जागरूक लोगों ने जिला प्रशासन को इसकी शिकायत की। प्रशासन ने भी गोपनीय आधार पर इन स्कूलों की जांच कराई है। इलाहाबाद मंडल के कमिश्नर राजन शुक्ला और संयुक्त शिक्षा निदेशक इलाहाबाद ने 29 से 31 दिसंबर तक स्कूलों को ठंड के चलते बंद रखने का आदेश दिया है। जिसके अनुपालन में जिलाधिकारी डॉ. वेदपति मिश्र ने आला अफसरों के आदेश के अनुपालन में डीआईओएस और बीएसए को निर्देशित करते हुए कड़ाई से पालन कराने की हिदायत दे रखी है। डीएम ने जारी निर्देश में साफ कर दिया था कि स्कूल का संचालन होते पाए जाने पर मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई कर दी जाएगी। अधिकारियों के आदेश की धज्जियां निजी स्कूलों के संचालकों द्वारा करने का मामला उजागर हुआ। शहर के सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज रघुवंशपुरम, हुसेनगंज क्षेत्र में स्वतंत्रता सेनानी पं. जुगुल किशोर-ठा. इंद्रपाल ¨सह उच्चतर माध्यमिक स्कूल असनी, जनक दुलारी इंटर कॉलेज हुसेनगंज का संचालन होने की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। इन स्कूल संचालकों से बात की गई तो अलग अलग सफाई दी जाती रही। डीआईओएस नंदलाल यादव ने बताया कि कुछ शिक्षण संस्थानों के संचालन की खबर आई थी। जिस पर उनकी जांच कराई जा रही है। आदेश के बाद कक्षा 12 तक संचालन होता पाया जाने पर बिना सूचना के प्रत्याहरण की संस्तुति कर दी जाएगी। बीएसए विनय कुमार ¨सह ने बताया कि कक्षा 8 तक के विद्यालयों की बंदी की पड़ताल की रिपोर्ट 1 जनवरी को खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा प्रेषित की जाएगी। खुलने वाले स्कूलों की वीडियो रिकार्डिंग कराने के आदेश दिए गए हैं। आदेश का पालन न करने वाले खुद सजा के जिम्मेदार होंगे।