मैनपुरी : बिना स्कूल जाए वेतन पाने वाले शिक्षकों पर गिरेगी गाज, परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों पर विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी की
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों पर विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। स्कूल जाए बिना पगार लेने वाले शिक्षकों को चिन्हित किया गया है। एक दर्जन शिक्षक जांच के घेरे में आ चुके हैं। कई एबीएसए, बीआरसी और संकुल प्रभारी भी संदेह के घेरे में हैं।
प्राथमिक शिक्षा का लंबे समय से हाल बेहाल है। दर्जनों ऐसे शिक्षक हैं, जो वर्षो से विद्यालय नहीं जाते हैं और उनकी पगार महीना खत्म होते ही खाते में पहुंच जाती है। चार दिन पहले ही इसी तरह एक शिक्षिका मंजू तनेजा और शिक्षक नगेंद्र कुमार की सेवाएं समाप्त हो चुकी हैं और वेतन की भी रिकवरी के आदेश हुए हैं। स्कूल नहीं जाने वाले शिक्षकों पर विभाग ने नजर टेड़ी कर ली है।
विभागीय सूत्र बताते हैं, एक दर्जन शिक्षक चिन्हित हो गए हैं, जो लंबे समय से विद्यालय न जाकर वेतन पा रहे हैं। इन्हें वेतन दिलाने में खंड शिक्षाधिकारी, बीआरसी और संकुल प्रभारी भागीदार हैं। इन्हीं की सह पर तमाम शिक्षक विद्यालय नहीं जाते हैं। अब इन सभी पर कार्रवाई होना भी तय है। जल्द ही इन शिक्षकों पर गाज गिर जाएगी।
इस संबंध में बीएसए रामकरन यादव का कहना है, स्कूल नहीं जाने वाले शिक्षकों को चिन्हित किया गया है। अभी कई और शिक्षक जांच के घेरे में हैं। जिन विद्यालयों में ऐसे शिक्षकों की तैनाती है, वहां के अभिभावकों व प्रधानों से भी बात कर ली गई है। जो शिक्षक स्कूल नहीं जाएगा, वह वेतन नहीं पाएगा।