इलाहाबाद : पांच महीने से मिड-डे-मील बनवाने का नहीं मिला बजट, बैंकिंग व्यवस्था सामान्य होने तक बेसिक शिक्षा विभाग या तो भोजन बनवाने की व्यवस्था कहीं और करे या फिर इसे फिलहाल बंद कर दे।
इलाहाबाद । पांच महीने से मिड-डे-मील बनवाने का बजट नहीं मिलने के कारण कक्षा एक से आठ तक के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनवाने से हेडमास्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के दबाव में हेडमास्टर पिछले पांच महीने से अपनी जेब से रुपया खर्च करके मिड-डे-मील बनवा रहे थे।
लेकिन इस बीच नोटबंदी के कारण खुद का खर्च चलाना मुश्किल हुआ तो कई हेडमास्टरों ने बीएसए से लिखित तौर पर भोजन बनवाने में असमर्थता व्यक्त की है। स्कूलों के खाते में मई 2016 तक की ही कन्वर्जन कास्ट भेजी गई है।
ग्रामीण क्षेत्र में उतनी अधिक समस्या नहीं है क्योंकि वहां प्रधान भोजन बनवाते हैं। हेडमास्टरों का कहना है कि बैंकिंग व्यवस्था सामान्य होने तक बेसिक शिक्षा विभाग या तो भोजन बनवाने की व्यवस्था कहीं और करे या फिर इसे फिलहाल बंद कर दे।
स्कूलों की नहीं आधार, कैसे मिले सब्सिडी
इलाहाबाद। रसोई गैस की सब्सिडी आधार कार्ड से जोड़े जाने के कारण भी समस्या हो रही है। सरकारी नियम के अनुसार जिसका आधार नंबर बैंक खाते से लिंक होगा उसी को सब्सिडी मिलेगी। जबकि स्कूल का तो कोई आधार नहीं होता इसलिए काफी दिनों से स्कूल गैस पर सब्सिडी मिलना बंद हो गई है। इसका हल बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के पास भी नहीं है।
🔴 इनका कहना है
✍ कई विद्यालयों में हजारों रुपए तक की उधारी हो चुकी है। दुकानदारों ने उधार देने से इनकार कर दिया है। लिहाजा अब कई स्कूलों में मिड-डे-मील बनवाना संभव नहीं जब तक की कन्वर्जन कास्ट न मिल जाए।
-ब्रजेन्द्र सिंह, शिक्षक नेता
✍ सितंबर तक की कन्वर्जन कास्ट पहले ही भेजी जा चुकी थी। आज ही खातों में नवंबर तक की कन्वर्जन कास्ट भेजी गई है। रही बात गैस सब्सिडी की तो स्कूल का खाता लिंक हो रहा है।
- राजीव त्रिपाठी, जिला समन्वयक मिड-डे-मील