मेरठ : अब घर बैठे भेज सकेंगे अपना जीवन प्रमाण पत्र
मेरठ। पेंशन का लाभ उठा रहे पेंशनर्स को हर वर्ष अपने जीवित होने का प्रमाण देना होता है। इसके लिए उन्हें काफी चक्कर भी लगाना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, पेंशनरों के लिए खुशखबरी है, अपनी पेंशन संख्या को आधार से लिंक कर महज अंगुली का निशान देना होगा। यह पेंशनरों के लिए बायोमेट्रिक डिजिटल सेवा है। इसके तहत केन्द्र व राज्य सरकार के अलावा किसी अन्य सरकारी संगठन के पेंशनर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं तथा जीवित होने के प्रमाण पत्र के लिए ऑफिस-ऑफिस भटकना नहीं पड़ेगा। इस व्यवस्था के तहत पेंशनर अपना डिजिटल प्रमाण पत्र बगैर पेंशन संवितरण एजेंसी के पास गए पूरे भारत में कहीं से भी जमा कर सकते हैं। इस व्यवस्था के तहत पेंशनर के पेंशन संख्या को उसके आधार नंबर से जोड़ा जा जाएगा। इसके बाद पेंशनर को एक यूनिक संख्या दी जाएगी, जो आधार संख्या से जुड़ी होगी। इस यूनिक संख्या व बायोमेट्रिक मशीन में अपनी अंगुली के निशान से पेंशनर अपना जीवन प्रमाण पत्र अपने एजेंसी को जमा कर सकते हैं।
शनिवार को शासन द्वारा पेंशनर्स की समस्याओं की सुनवाई व निराकरण के लिये पेंशनर्स दिवस का आयोजन बचत भवन में प्रभारी जिलाधिकारी/अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में किया गया। प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा डिजीटल जीवन प्रमाण की सुविधा प्रारंभ की गयी है। उन्होंने पेशनर्स की समस्याओं का निराकरण समय से करने के निर्देश कोषाधिकारियों और संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए।
प्रभारी जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र ने बताया कि शासन द्वारा पेंशनर्स द्वारा बार-बार दिये जाने वाले जीवित प्रमाण पत्र बनवाने में आ रही दिक्कतों के निस्तारण के लिये डिजीटल जीवन प्रमाण प्रारम्भ किया गया है, जिसमें पेंशनर्स व पारिवारिक पेंशनर्स को अपना पीपीओ प्रमाण. पत्र, आधारकार्ड, बैक पास बुक की मूल व छायाप्रति लेकर एक बार कोषागार में सम्पर्क कर बायोमैट्रिक मशीन से अपने अंगूठे या अंगुली के निशान देने हैं तथा भविष्य मे कोषागार आने के स्थान पर अपने घर से या सिटीजन सर्विस सेन्टर (सीएससी) से जीवित प्रमाण पत्र दिये जा सकते है।
इस अवसर पर पेंशनर्स द्वारा विभिन्न मांगे रखी गयी जिसमें सातवें वेतन आयोग की जानकारी एवं उससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी के लिये अलग से बैठक आयोजित करने, फरवरी 2017 से ही नये वेतन आयोग के अनुसार पेंशन दिलवाने, यात्रा सुविधा उपलब्घ कराने, चिकित्सा प्रतिपूर्ति में विंसगतियों को दूर करने, अनिस्तारित प्रकरणों की कारण सहित सूची उपलब्ध कराने, कोषागार में पेंशनर्स के लिये अलग से कांउटर खुलवाने व बैंक में पेशनर्स को पेंशन लेने में आ रही समस्याओं के निराकरण की मांग रखी गयी।
इस अवसर पर अपर आयुक्त वित्त अनीता सिंह, प्रभारी कोषाधिकारी आस्था तिवारी, कोषाधिकारी राघवेन्द्र, पीडब्ल्यूडी पेंशनर्स एसोसिएशन के महेश चन्द्र गुप्ता, सेवानिवृत्त डिप्लोमा इंजीनियर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीपीएस राठी, सिंचाई विभाग पेंशनर्स वैलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्रेयांश कुमार जैन, पुलिस पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याम सिंह आजाद, उत्तर प्रदेश सेवा निवृत्त कर्मचारी पषिद के जिला मंत्री आनन्द स्वरूप गोयल, प्राथमिक शिक्षक पेशनर्स कल्याण परिषद के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह नागर व अश्वनी श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में पेंशनर्स उपस्थित रहे।