लखनऊ : ऐडेड स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए होगी बायोमीट्रिक अटेंडेंस, डीआईओएस ने सभी स्कूलों को जारी किया सर्कुलर, अब शिक्षक नहीं बंक कर सकेंगे क्लास
लखनऊ । शहर के ऐडेड माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक अब अपनी मर्जी से अनुपस्थित नहीं हो सकेंगे। अब स्कूलों में बायोमीट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू होने जा रही है। डीआईओएस उमेश त्रिपाठी की ओर से सोमवार को सभी स्कूलों को एक सर्कुलर जारी किया गया है। इसके तहत स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने यहां शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों की बॉयोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाएं। बॉयोमीट्रिक अटेंडेंस होने से शिक्षक उपस्थिति में फर्जीवाड़ा नहीं कर सकेंगे।
शहर में लगभग 100 एडेड माध्यमिक स्कूल चलाए जा रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षक बिना बताए गायब रहते हैं और रजिस्टर में बैक डेट से हस्ताक्षर कर अपनी उपस्थिति भी पूरी करवा लेते हैं। इसी व्यवस्था को खत्म करने के लिए डीआईओएस ने यह निर्देश जारी किया है। इससे कोई भी शिक्षक बैक डेट में उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पाएगा।
आदेश तो जारी, लेकिन फंड का इंतजाम नहीं
डीआईओएस की ओर से निर्देश तो जारी कर दिया गया है, लेकिन फंड की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। निर्देश में कहा गया है कि इसका खर्च कॉलेज खुद ही उठाए, जबकि ऐडेड कॉलेजों को शिक्षकों की सैलरी के अलावा और कोई फंड सरकार की ओर से नहीं दिया जाता है। चार साल पहले भी स्कूलों में यह व्यवस्था लागू करने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन इसकी कोई मॉनिटरिंग ही नहीं की गई। ऐसे में किसी भी स्कूल में बायोमीट्रिक मशीनें नहीं लगी। वहीं डीआईओएस उमेश त्रिपाठी का कहना है इसकी मॉनिटरिंग होगी और मशीनें लगवाई जाएंगी। स्कूल इतने सक्षम है कि वह बायोमीट्रिक मशीन लगवा सकते हैं।
अब एडेड स्कूलों में लगेगी बायोमेट्रिक उपस्थिति
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जारी किए जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को समय से आना होगा विद्यालय
विद्यालयों को निजी स्रोतों से खुद उठाना पड़ेगा खर्च
उमेश कुमार त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ
डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अब शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से समय से विद्यालय आना होगा। साथ ही निर्धारित समय के बाद ही विद्यालय से जाना भी होगा। इसके लिए इन विद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति लगेगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा के आदेश के बाद बीते 21 जनवरी को जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी ने कॉलेजों को निर्देश जारी कर दिए हैं।राजधानी में कुल 108 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। कई बार अफसरों के निरीक्षण में देखने को मिला है कि शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी समय से विद्यालय में नहीं आते-जाते हैं। इससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है। चूंकि इनमें शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचरियों की उपस्थिति विद्यालय के रजिस्टर में लगती है। लिहाजा मनमाने तरीके से उपस्थिति का खेल चलता है। लेकिन अब इस पर रोक लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसे सभी विद्यालयों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक के मुताबिक इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जो भी व्ययभार आएगा, वह संस्था अपने निजी स्त्रोतों से वहन करेगी। साथ ही भविष्य में इसके लिए शासकीय धनराशि की मांग नहीं की जाएगी।अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के विद्यालय में आने व जाने के प्रभावी अनुश्रवण के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कॉलेजों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी मेरे कार्यालय में जमा करने के लिए कहा गया है।