फर्जीवाड़ा रोकने को ऑनलाइन होगा बच्चों का डाटा
जागरण संवाददाता,मैनपुरी: परिषदीय स्कूलों में प्रवेश के नाम पर फर्जीवाड़े को रोकने के लिए शासन ने शिकंजा कस दिया है। कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का पूरा डाटा अब ऑनलाइन होगा। इस डाटा में प्रत्येक छात्र का आधार कार्ड अनिवार्य रखा गया है।
परिषदीय स्कूलों में छात्र-छात्राओं के लिए मिड डे मील योजना के तहत निश्शुल्क भोजन, निश्शुल्क किताबें और यूनीफॉर्म दी जा रही हैं। इस साल बर्तन भी बांटे गए। इन स्कूलों में हालात इतने खराब हैं कि एक ही बच्चे को कई विद्यालयों में शिक्षक पंजीकृत कर लेते हैं, ताकि उनकी भी नौकरी चलती रहे। मगर, अब शासन ने प्रवेश में पारदर्शिता को कक्षा 1 से 8 तककी कक्षाओं में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं का डाटा 35 ¨बदुओं पर मांगा है। यह डाटा स्कूलों में तैयार होगा और इसकी सीडी तैयार कर ऑनलाइन अपलोड कर लिया जाएगा। इस डाटा में छात्र का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, पूरा पता, आधार नंबर, राशन कार्ड नंबर, जन्मतिथि आदि 35 ¨बदु दर्ज होंगे। अब तक माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का यह डाटा (डाटा कैप्चर फार्मेट में) तैयार होकर ऑनलाइन किया जाता था।
सिस्टम से मिलेगी मदद
प्रवेश में फर्जीवाड़ा रोकने को ऑनलाइन सिस्टम से मदद मिलेगी। सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देशित कर दिया गया है कि वह पूरा डाटा शीघ्र ही कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
रामकरन यादव, बीएसए।