वाराणसी : नहीं चलेगा बहाना, जांच के बाद मिलेगी छुट्टी, कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही ड्यूटी से कर्मचारियों को छूट्टी मिलेगी।
मुख्य संवाददाता वाराणसी । चुनाव के दौरान ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारी तमाम तरह के बहाने बनाते हैं। कर्मचारी खुद के साथ ही अपने पिता या पत्नी की बीमारी बताकर ड्यूटी से बचने की जुगत करते हैं। कई ऐसे भी होते हैं जो अधिकारियों तक अपनी पहुंच के बदौलत ड्यूटी से बच जाते हैं। मगर इस बार कोई बहाना नहीं चलेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सात सदस्यीय चिकित्सकों की एक कमेटी गठित कर दी है। यदि कोई कर्मचारी बीमारी का बहाना बनाना चाहता है तो चिकित्सकों की टीम पहले जांच करेगी। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही ड्यूटी से कर्मचारियों को छूट्टी मिलेगी।
विधानसभा चुनाव में इस बार करीब 16 हजार कर्मचारी लगाए जाने हैं। इनमंे राज्यकर्मियेां के अलावा केन्द्रीयकर्मचारी एवं अधिकारी शामिल हैं। विभागीय स्तर पर कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली गई है। मगर अभी से तमाम कर्मचारी-अधिकारी इस जुगत मंे लग गए हैं कि किसी तरह चुनाव ड्यूटी लगने न पाए। इसके लिए कर्मचारियों की ओर से आवेदन आना शुरू हो गया है। करीब तीस कर्मचारियेां ने प्रशासन के पास आवेदन दिए हैं। जिसमें किसी ने बीमारी की बात कही है तो किसी की पत्नी के इलाज के लिए मुम्बई व दिल्ली जाना है। आवेदन के साथ लोगों ने डाक्टरों की ओर से लिखे पर्चे को भी लगाया है। बहरहाल, डीएम योगेश्वर राम मिश्र का कहना है कि बीमारी का बहाना नहीं चलेगा। चुनाव ड्यूटी मंे जिस किसी अधिकारी-कर्मचारी को लगाया जाएगा उसे ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। यदि गंभीर बीमारी है तो उसकी जांच कमेटी करेगी। कमेटी की संस्तुति पर ही अवकाश मिलेगा।