लखनऊ : वेतन वृद्धि के लिए कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकाला, मांगों के पूरा नहीं होने से भी राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद में आक्रोश
लखनऊ। वरिष्ठ संवाददातासप्तम वेतन समिति की ओर से केन्द्र में वेतन वृद्धि और एसीपी का लाभ प्रदान करने में ‘अति उत्तम‘ (वेरी गुड) का प्रमाण-पत्र प्राप्त करने जैसे तुगलकी आदेश के विरोध में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कर्मचारियों ने शुक्रवार को डीएम आवास के सामने मशाल जुलूस निकला। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बिना किसी देरी के प्रदेश कर्मचारियों पर इस आदेश को लागू करने की संस्तुति प्रदान कर दी गई जिससे केवल कार्मिंको का शोषण ही होगा। यही नहीं विभिन्न अन्य मांगों के पूरा नहीं होने से भी कर्मचारी नाराज हैं। उन्होंने विरोध प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के माध्यम से मुख्य सचिव और वेतन समिति के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि इसके बाद भी यदि शासन की ओर से इस आदेश को वापस नहीं लिया जता है तो परिषद बड़े आन्दोलन करने को मजबूर होगा। परिषद के अध्यक्ष हरकिशोर तिवारी, जिला अध्यक्ष बीएस डोलिया, महामंत्री अमिता त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि परिषद की अन्य मांगों में केन्द्र के समान भत्ते जैसे मकान किराया, परिवहन, शिक्षा, शिशुशिक्षा, आदि भत्तों में अन्तर को समाप्त करने की सहमति उच्च स्तर पर होती रही हैं परन्तु उसमें अन्तर अभी भी बरकरार है। मांगों की सहमति के बाद भी नजरअंदाज किया जा रहा है। प्रदर्शन में समन्वयक भूपेश अवस्थी, महामंत्री शिवबरन सिंह यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष यदुवीर सिंह, संजीव गुप्ता सहित भारी संख्या में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।