बस्ती : मुसीबत बना स्कूली बैग, 'जागरण’ विरोध के बाद स्कूली बैग व अंत्योदय झोला हुआ फ्रीज, बेसिक शिक्षा व पूर्ति विभाग के लिए बढ़ गई परेशानी
जागरण संवाददाता, बस्ती : जनपद में अंत्योदय योजना के तहत लाभार्थियों को खाद्यान्न देने के लिए शासन से आया 90 हजार झोला अब अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गया है। चुनाव आयोग की सख्ती के बाद यह झोला फिलहाल फ्रीज कर दिया गया। झोला व स्कूली बैग न बंटने से अब बेसिक शिक्षा विभाग व पूर्ति विभाग के लिए मुसीबत हो गई।
विभाग यह मानकर चल रहा था कि खाद्यान्न बंटने के दौरान यह झोला भी अंत्योदय कार्डधारकों को दे दिया जाएगा, लेकिन विरोध के बाद यह प्लान फिलहाल ठंडे बस्ते में है। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को खाने के लिए बर्तन, किताब और कुछ दिन पहले स्कूल बैग देने की योजना आई। बेसिक शिक्षा विभाग में 2.48 लाख बैग बांटने के लिए आना था। इसी बीच सूबे में चुनावी बिगुल भी बज गया और बच्चों के लिए आया 80 हजार बैग जहां का तहां पड़ा है।
इधर चुनाव आयोग की सख्ती के बाद विभाग ने आए बैग को फिलहाल कार्यालय से दूर रखा है। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत ओझा ने बताया कि बैग तो मिला, लेकिन बंटने से पहले लागू हो गई। चुनाव बाद जैसा आदेश होगा उसके अनुसार किया जाएगा। यही हाल पूर्ति विभाग का है। पात्र गृहस्थी राशन कार्ड नहीं बांटे जा सके हैं।
इस पर सीएम के चित्र का स्टीकर लगा है, इसलिए करीब डेढ़ लाख राशनकार्ड वितरित नहीं हो पाया है। जिला पूर्ति अधिकारी पूरन सिंह चौहान ने बताया कि लगते ही स्टीकर लगे राशनकार्ड, झोले के वितरण पर रोक लगा दिया गया है।प्राथमिक स्कूलों में बंटने के लिए आया मुख्यमंत्री का स्टीकर लगा बैग व राशनकार्ड पर मुख्यमंत्री का फोटो,जिसके वितरण पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक ’ जागरण’ विरोध के बाद स्कूली बैग व अंत्योदय झोला हुआ फ्रीज1’ बेसिक शिक्षा व पूर्ति विभाग के लिए बढ़ गई परेशानी