फतेहपुर : प्रमोशन के नाम पर बेसिक में उड़ी शासनादेश की धज्जियां
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : बेसिक शिक्षा में होने वाले तमाम काम को निपटाने के लिए शासन से गाइड लाइन जारी की जाती है। शासन की गाइड लाइन को तोड़कर किस तरह से चुटकी बजाकर काम कर दिया जाता है इसकी मिशाल हाल ही में किए गए प्रमोशन में उजागर हो गई है। नियमों को दरकिनार कर दिए गए प्रमोशन में बीएसए ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए संबंधित शिक्षिका को नोटिस थमा दी है तो आगे की कार्यवाही के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र लिखकर दिशा निर्देश मांगे हैं। उजागर हुए इस मामले के बाद कई अन्य मामलों को लेकर खुसुरफुसर शुरू हो गई है। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और जूनियर विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नति प्रक्रिया आयोजित की गई थी। जिसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात रही शिक्षिका सारिका केशरवानी को प्रथम दूष्टया नियम विरुद्ध तरीके से प्रमोशन कर दिया गया। 29 हजार गणित विज्ञान शिक्षकों की भर्ती में इस शिक्षिका चयन हुआ करके धाता ब्लाक के आधारपुर थोन के उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्ति दी गई थी। प्रमोशन का मौका आया तो विभाग की संलिप्तता का सहारा लेकर ब्लाक से कागजात तैयार किए गए। तैयार किए गए कागजातों को जिले की प्रमोशन कमेटी भी नहीं पकड़ पाई। आयोजित की गई प्रक्रिया में शिक्षिका शामिल हुई और उसे धाता ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय प्रथम का प्रधानाध्यापक बना दिया गया। लाभ से वंचित रहे गुरुजी और गणित विज्ञान के शिक्षक-शिक्षिकाओं में हुए इस गलत चयन की चर्चा ने मामले को उजागर करके रख दिया। जानकारों की मानें तो ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी को पूरे मामले की जानकारी थी। बीएसए विनय कुमार ¨सह ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद संबंधित शिक्षिका को नोटिस दी गई है कि उसने किस आधार पर प्रमोशन प्रक्रिया में प्रतिभाग किया और प्रमोशन का लाभ लिया। दूसरी ओर मामले को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र भेजकर संज्ञान में डाला है। सचिव के दिशा निर्देश के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।