चुनाव में शिक्षिकाओं की ड्यूटी का होगा विरोध
जासं, इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद व माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों की शिक्षिकाओं की ड्यूटी चुनाव में लगाई जानी है। चुनाव ड्यूटी को लेकर शिक्षा संगठनों में उबाल शुरू हो गया है। इसके विरोध की तैयारी है।
शिक्षक संघ का कहना है कि पूरे दिन घर से दूर शिक्षिकाओं को किसी बूथ पर ड्यूटी पर लगाना सुरक्षा की दृष्टि से भी सही नहीं होगा। साथ ही महिलाओं को घर-परिवार भी संभालना पड़ता है। इससे पूरा काम प्रभावित होगा। बीएसए से माग की जाएगी कि अगर पति-पत्नी दोनों शिक्षक हैं, तो ऐसी स्थिति में शिक्षिका की ड्यूटी बिल्कुल न लगाई जाए। जिले में 3517 बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें 6832 शिक्षिका व 6125 शिक्षक हैं।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बूथ पर शिक्षिकाओं की ड्यूटी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षक संघ इस प्रक्रिया का पुरजोर विरोध करेगा। वहीं, उप बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्जुन सिंह ने बताया कि जिले में शिक्षिकाओं की ड्यूटी तो लगाई ही जाएगी। संघों को समझना चाहिए कि ये मतदान का कार्य है, इसमें सहयोग करना चाहिए। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य डा. शैलेष पांडेय का कहना है कि शिक्षिकाओं की ड्यूटी किसी भी कीमत पर नहीं लगने दी जाएगी। चाहे इसके लिए संगठन को प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर धरना प्रदर्शन ही क्यों न करना पड़े। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने कहा कि मतदान में सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं से सहयोग की अपेक्षा है