प्रतापगढ़ : संबद्धीकरण समाप्त होने से वापस होंगे 10 शिक्षक, मूल विद्यालय में हाजिर न हुए तो रुकेगा इनका वेतन
रमेश त्रिपाठी, प्रतापगढ़ : पिछले कई सालों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अतरसंड डायट में संबद्ध किए गए तेरह शिक्षकों में से 10 की संबद्धता समाप्त कर दी गई है। इन शिक्षकों को पदोन्नति के बाद उनके मूल विद्यालयों में भेज दिया गया है। बीएसए के अनुसार विद्यालयों में उपस्थित न होने पर नो वर्क नो पे के अंतर्गत उनका वेतन रोक दिया जाएगा।
डायट में बेसिक स्कूलों के तेरह शिक्षकों को कई साल पूर्व संबद्ध किया गया था। इनमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय मदाफरपुर के शिक्षक बृजेश प्रताप सिंह, पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसरामपुर के शिक्षक जितेंद्र यादव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंदाह के राकेश कुमार वर्मा, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रैनी सतखरिया के दिनेश कुमार पांडेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय खरहर खास के विजय कुमार पांडेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढेरहना के दीपेश दुबे, पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुरैली के मांधाता के राजीव कुमार सिंह, प्राथमिक विद्यालय भीटीकला के सुरेश कुमार के अलावा राकेश कनौजिया, सलीमुद्दीन, एजाज अहमद शामिल हैं। संबद्धीकरण की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी हाईकोर्ट के आदेश पर सभी शिक्षक डायट में काम कर रहे थे।
हाल ही में शिक्षा निदेशक बेसिक लखनऊ के आदेश पर बीएसए बीएन सिंह डायट प्राचार्य को पत्र लिखकर सभी शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा। इस संबंध में बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि तीन लोग सलीमुद्दीन, राकेश कुमार व एक अन्य पदोन्नति के लिए वापस नहीं आए थे और हाईकोर्ट के आदेश पर डायट में कार्य कर रहे थे। उन्हें छोड़कर पदोन्नति प्राप्त करने वाले दस शिक्षकों का संबद्धीकरण समाप्त कर दिया गया है।
डायट प्राचार्य नरेंद्र शर्मा ने बताया कि बीएसए का पत्र मिला है। एनसीआरटी प्रवक्ता की तैनाती नहीं कर सकी है। इस कारण इनका कैडर निर्धारित कर प्रवक्ता का कार्य लेने का आदेश दिया था। इस संबंध में निदेशक एनसीआरटी से वार्ता की गई है उन्होंने कामचलाऊ व्यवस्था के तहत उनसे कार्य लेने का आदेश दिया है। गैर शैक्षणिक कार्य करने वाले शिक्षकों की संबद्धता समाप्त करने का शासन का निर्देश है। जो शिक्षक डायट में नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं तो उनका वेतन मिलेगा।रमेश त्रिपाठी, प्रतापगढ़1पिछले कई सालों से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अतरसंड डायट में संबद्ध किए गए तेरह शिक्षकों में से 10 की संबद्धता समाप्त कर दी गई है। इन शिक्षकों को पदोन्नति के बाद उनके मूल विद्यालयों में भेज दिया गया है। बीएसए के अनुसार विद्यालयों में उपस्थित न होने पर नो वर्क नो पे के अंतर्गत उनका वेतन रोक दिया जाएगा।
डायट में बेसिक स्कूलों के तेरह शिक्षकों को कई साल पूर्व संबद्ध किया गया था। इनमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय मदाफरपुर के शिक्षक बृजेश प्रताप सिंह, पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसरामपुर के शिक्षक जितेंद्र यादव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंदाह के राकेश कुमार वर्मा, पूर्व माध्यमिक विद्यालय रैनी सतखरिया के दिनेश कुमार पांडेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय खरहर खास के विजय कुमार पांडेय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढेरहना के दीपेश दुबे, पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुरैली के मांधाता के राजीव कुमार सिंह, प्राथमिक विद्यालय भीटीकला के सुरेश कुमार के अलावा राकेश कनौजिया, सलीमुद्दीन, एजाज अहमद शामिल हैं।
संबद्धीकरण की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी हाईकोर्ट के आदेश पर सभी शिक्षक डायट में काम कर रहे थे। हाल ही में शिक्षा निदेशक बेसिक लखनऊ के आदेश पर बीएसए बीएन सिंह डायट प्राचार्य को पत्र लिखकर सभी शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा। इस संबंध में बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि तीन लोग सलीमुद्दीन, राकेश कुमार व एक अन्य पदोन्नति के लिए वापस नहीं आए थे और हाईकोर्ट के आदेश पर डायट में कार्य कर रहे थे। उन्हें छोड़कर पदोन्नति प्राप्त करने वाले दस शिक्षकों का संबद्धीकरण समाप्त कर दिया गया है।
डायट प्राचार्य नरेंद्र शर्मा ने बताया कि बीएसए का पत्र मिला है। एनसीआरटी प्रवक्ता की तैनाती नहीं कर सकी है। इस कारण इनका कैडर निर्धारित कर प्रवक्ता का कार्य लेने का आदेश दिया था। इस संबंध में निदेशक एनसीआरटी से वार्ता की गई है उन्होंने कामचलाऊ व्यवस्था के तहत उनसे कार्य लेने का आदेश दिया है। गैर शैक्षणिक कार्य करने वाले शिक्षकों की संबद्धता समाप्त करने का शासन का निर्देश है। जो शिक्षक डायट में नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं तो उनका वेतन मिलेगा।