इलाहाबाद : परिणाम जारी, प्राप्तांक पर पड़ा पर्दा, टीजीटी 2013 वाणिज्य चयनित अभ्यर्थियों को कॉलेज भी आवंटित, लेकिन अंक नहीं मालूम
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने अभ्यर्थियों का चयन कर लिया है, लेकिन सफल होने वालों ने कितने अंक पाए और असफल होने वाले कहां चूके इस पर अभी पर्दा पड़ा है। चयन बोर्ड ने एक पखवारे बाद भी स्नातक शिक्षक यानी विषय के प्राप्तांक जारी नहीं किया है। इससे असफल होने वाले अभ्यर्थी परेशान हैं, उनका कहना है कि गड़बड़ी के कारण अंक छिपाए जा रहे हैं।
चयन बोर्ड इस समय टीजीटी 2013 के अंतिम परिणाम तेजी से जारी कर रहा है, उसी रफ्तार से चयनित अभ्यर्थियों को विद्यालयों का आवंटन किया जा रहा है। टीजीटी 2013 के लिए आवेदन 2014 में लिए गए थे। वाणिज्य विषय की लिखित परीक्षा आठ फरवरी 2015 को हुई।
बोर्ड ने लिखित परीक्षा का परिणाम नौ जुलाई 2016 को जारी किया, उसमें 199 अभ्यर्थी चयनित हुए। इसके बाद 29 एवं 30 सितंबर 2016 को ही साक्षात्कार हुआ। चयन बोर्ड ने इसका अंतिम परिणाम बीते 31 जनवरी को जारी किया। इसमें सामान्य वर्ग के 18, पिछड़ा वर्ग के 10, अनुसूचित जाति के सात एवं बालिका संवर्ग में दो का चयन किया गया। अभ्यर्थियों ने बताया कि चयनित 37 अभ्यर्थियों को चयन बोर्ड ने बीते नौ फरवरी को बुलाकर विद्यालय तक आवंटित कर दिए हैं, सफल होने वाले और असफल अभ्यर्थियों को कितने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में कितने अंक मिले हैं, इसका अब तक खुलासा नहीं हुआ है। युवाओं ने बताया कि वाणिज्य विषय में 42 पदों के सापेक्ष आवेदन मांगे गए थे, लेकिन चयन होते-होते यह पद घटकर 37 रह गए।
अभ्यर्थियों ने कहा कि आखिर प्राप्तांक जारी करने में दिक्कत क्या है। चयन बोर्ड ने वाणिज्य के बाद टीजीटी गणित एवं कला का अंतिम परिणाम जारी किया है और उसके प्राप्तांक घोषित कर दिए गए हैं। इससे अभ्यर्थी खासे नाराज हैं उनका कहना है कि आखिर वाणिज्य के प्राप्तांक क्यों रोका गया है। उधर, चयन बोर्ड की सचिव रूबी सिंह ने बताया कि इसमें गड़बड़ी होने की आशंका निमरूल हैं, लेकिन प्राप्तांक वेबसाइट और कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर क्यों चस्पा नहीं किए गए हैं इस पर वह पूछताछ जरूर करेंगी। परिणाम घोषित हो चुका है इसलिए प्राप्तांक जारी करने में कोई दिक्कत नहीं है, जल्द ही सभी इसे देख सकेंगे।